Yogi Adityanath on Sanatan Dharma : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वाराणसी स्थित श्री अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यदि समाज में शांति और सौहार्द का मार्ग प्रशस्त करना है, तो सबको सनातन धर्म की शरण में आना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही लोकमंगल और लोककल्याण के साथ सभी के सुरक्षा व कल्याण का मार्ग दिखाता है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लैपटॉप और सिलाई मशीन का वितरण किया तथा बच्चों को सम्मानित किया। उन्होंने पौधरोपण किया और गोशाला में गायों को चारा, गुड़ व फल भी खिलाया।
“सनातन धर्म को बचाना है तो संस्कृत को माध्यम बनाना पड़ेगा”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संस्कृत न केवल भारत की आत्मा है बल्कि आने वाले समय में यह दुनिया को जोड़ने वाली भाषा बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संस्कृत के प्रोत्साहन के लिए अनेक योजनाएं शुरू करने जा रही है —
संस्कृत पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है।
आवास व भोजन अनुदान की व्यवस्था भी की जाएगी।
संस्कृत में शोध व उच्च अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष छात्रवृत्ति लागू की जाएगी।
सीएम ने कहा कि “संस्कृत में वेद, व्याकरण और तर्क की अद्भुत परंपरा है। पाणिनी और तक्षशिला भारत की विश्व को दी हुई विरासत हैं।”
नारी गरिमा, सुरक्षा व स्वावलंबन को सर्वोच्च स्थान
सीएम योगी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी की गरिमा, सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। यह आयोजन मिशन शक्ति से भी जुड़ा है, जो महिलाओं की सुरक्षा और स्वावलंबन को सशक्त कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नारी गरिमा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
“बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना,
शौचालय निर्माण,
प्रधानमंत्री आवास योजना,
और उज्ज्वला योजना के माध्यम से महिलाओं को सम्मानजनक जीवन मिला है।
सीएम ने कहा कि 3 करोड़ परिवारों को जहां उनका आवास है, वहीं का मालिकाना अधिकार दिया गया है, जो परिवार की महिला सदस्य के नाम पर है।
नए रोजगार सृजन और वस्त्र उद्योग में संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार की संभावना वस्त्र उद्योग में है। यूपी सरकार ने “एक जनपद, एक उत्पाद (ODOP)” योजना से हजारों कारीगरों और महिलाओं को सशक्त किया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में फ्लैटेड फैक्ट्री मॉडल लागू किया गया है और पीएम मित्र पार्क जैसे बड़े प्रोजेक्ट से वस्त्र उद्योग को नई दिशा मिलेगी।
“कपड़ा काशी की महिलाएं बनाएंगी और दुनिया पहनेगी,” सीएम ने कहा।
संस्कृति, गोसेवा और समाज निर्माण पर जोर
मुख्यमंत्री ने गोसेवा को भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताते हुए कहा कि “गाय और नंदी कृषि प्रधान भारत की पहचान हैं।”
उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा मठ ने न केवल संस्कृत शिक्षा को जीवित रखा है, बल्कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी बड़ी भूमिका निभाई है।
योगी ने कहा कि “दुनिया का पहला ग्रंथ ऋग्वेद और पहला महाकाव्य रामायण संस्कृत में रचा गया। संस्कृत केवल विज्ञान की नहीं, बल्कि दिव्य ज्ञान की भाषा है।”
सरकार देगी अन्नपूर्णा मठ को हरसंभव सहयोग
सीएम योगी ने अन्नपूर्णा मठ के सामाजिक व शैक्षिक कार्यों की सराहना की और आश्वस्त किया कि सरकार उनके सभी प्रयासों को पूर्ण सहयोग देगी।
इस दौरान कार्यक्रम में महंत शंकर पुरी जी महाराज, जगद्गुरु संतोषाचार्य जी महाराज ‘सतुआ बाबा’, महंत बालक देवाचार्य जी महाराज, मंत्री रविंद्र जायसवाल, महापौर अशोक तिवारी सहित कई जनप्रतिनिधि और संत उपस्थित रहे।