CHINA, XI JINPING : चीन के राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता शी जिनपिंग, जो पिछले 13 वर्षों से देश की सत्ता के सबसे प्रभावशाली केंद्र बने हुए हैं, अब पहली बार सत्ता हस्तांतरण के संकेत दे रहे हैं। हालिया राजनीतिक गतिविधियों और बैठकों में शी जिनपिंग की भूमिका में संभावित बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। विश्लेषकों का मानना है कि शी 2027 में अपने तीसरे कार्यकाल के पूरा होने के साथ ही राष्ट्रपति पद से रिटायर हो सकते हैं।
शी के सुनियोजित सत्ता हस्तांतरण की शुरुआत
शी जिनपिंग ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पार्टी के केंद्रीय संगठनों में निर्णय लेने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली और समन्वयपूर्ण बनाने पर जोर दिया गया। इस बैठक में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई कि अब पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों को भी जिम्मेदार भूमिकाएं सौंपी जाएंगी। इसे शी के सुनियोजित सत्ता हस्तांतरण की शुरुआत माना जा रहा है।
बोझ कम करने के लिए कार्यों का वितरण
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इसे सीधे रिटायरमेंट से जोड़ना जल्दबाजी होगी। उनका मानना है कि शी अपने ऊपर से रोजमर्रा के प्रशासनिक कार्यों का बोझ कम करने के लिए कार्यों का वितरण कर रहे हैं, ताकि वे रणनीतिक और वैश्विक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
2027 में होगा बड़ा फैसला
चीन की राजनीति पर नजर रखने वाले अमेरिका स्थित विश्लेषक विक्टर शिह का कहना है कि शी जिनपिंग 2027 को ध्यान में रखकर फैसला लेंगे कि वे सत्ता में बने रहेंगे या सेवानिवृत्त होंगे। यह वही साल होगा जब उनका मौजूदा तीसरा कार्यकाल समाप्त हो रहा होगा।
तीसरे कार्यकाल की राह बनाई
गौरतलब है कि 2012 में सीपीसी महासचिव बनने के बाद से शी जिनपिंग ने चीनी राजनीति की पूरी संरचना को अपने पक्ष में मजबूत किया है। उन्होंने राष्ट्रपति पद की समय सीमा को खत्म कर तीसरे कार्यकाल की राह बनाई और पार्टी के “मुख्य नेता” का दर्जा भी हासिल किया,जो अब तक सिर्फ माओत्से तुंग को प्राप्त था।
अब जब पार्टी के भीतर नई पीढ़ी को जिम्मेदारियां देने की बात हो रही है, तो यह संकेत मिल रहा है कि चीन की सत्ता में बदलाव की प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरू हो चुकी है। 2027 इस दिशा में निर्णायक मोड़ बन सकता है।