Azamgarh Murder : आजमगढ़ के युवक देवेंद्र चौहान की नागपुर में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान मामूली विवाद में चाकू से हत्या कर दी गई। तीन आरोपी गिरफ्तार, परिवार में मचा कोहराम।
Azamgarh Murder : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई एक दर्दनाक वारदात ने पूरे गांव को दहला दिया। नागपुर (महाराष्ट्र) में दुर्गा मूर्ति विसर्जन देखने पहुंचे आजमगढ़ निवासी 25 वर्षीय युवक देवेंद्र चौहान की मामूली कहासुनी के बाद चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, हालांकि पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, देवेंद्र चौहान पुत्र अजय चौहान आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के दयालपुर गांव का निवासी था। वह कुछ समय से नागपुर में रहकर एल्युमिनियम का काम करता था। करीब 20 दिन पहले पासपोर्ट बनवाने के सिलसिले में वह घर आया था और फिर वापस नागपुर लौट गया था।
2 अक्टूबर को वह दुर्गा पूजा के दौरान सड़क किनारे मूर्ति विसर्जन देख रहा था। इसी दौरान तीन युवकों से मामूली धक्का-मुक्की को लेकर उसका विवाद हो गया। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि एक युवक ने चाकू से कई बार वार कर दिया।
देवेंद्र लहूलुहान होकर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आसपास मौजूद लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
परिवार में मचा कोहराम
शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद जब देवेंद्र का शव एंबुलेंस से दयालपुर गांव पहुंचा, तो पूरे परिवार में चीख-पुकार मच गई। मां बिंदु चौहान और पिता अजय चौहान बेसुध हो गए। गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
देवेंद्र चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था। परिवार के लोगों ने बताया कि वह मेहनती और मिलनसार था, और विदेश जाने के लिए पासपोर्ट बनवा रहा था।
तीन आरोपी हिरासत में, जांच जारी
देवेंद्र के मित्र दुर्गेश चौहान निवासी खरहटी, गंभीरपुर ने नागपुर पुलिस को तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नागपुर से आजमगढ़ तक पसरा सन्नाटा
इस घटना के बाद नागपुर में रह रहे उत्तर भारतीय समुदाय में भी आक्रोश और भय का माहौल है। वहीं, आजमगढ़ में लोग देवेंद्र के परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।