Supreme Court incident 2025 : भारत के सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में सोमवार को एक अभूतपूर्व घटना सामने आई जब एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ के स्थान पर कार्यरत CJI बी.आर. गवई की अदालत में अचानक हंगामा शुरू कर दिया।
यह घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है। वकील ने अदालत की कार्यवाही के दौरान अचानक ज़ोर-ज़ोर से नारे लगाते हुए कहा –
“सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान!”
सुरक्षाकर्मियों के रोकने से पहले ही वकील ने जूता निकालने की कोशिश की, जिससे कोर्टरूम में अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल वकील को पकड़कर कोर्ट से बाहर ले जाया गया।
CJI बी.आर. गवई की प्रतिक्रिया
घटना के बाद कोर्टरूम में सन्नाटा पसर गया। उपस्थित वकीलों और न्यायिक अधिकारियों के बीच कुछ क्षणों के लिए भ्रम की स्थिति बनी रही।
इस पर CJI गवई ने अत्यंत संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा —
“ऐसी घटनाओं से हम प्रभावित नहीं होते। अदालत का काम जारी रहेगा।”
उन्होंने वकीलों से कहा कि कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रखी जाए और इस तरह के व्यवधान से न्याय प्रक्रिया को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।
सुरक्षा व्यवस्था और जांच
सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट परिसर में मौजूद पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित वकील की पहचान की जा रही है और उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना है।
साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि वह वकील किस मामले में पेश हुआ था और उसके इस व्यवहार के पीछे क्या कारण थे।
पृष्ठभूमि और विवाद
हाल के दिनों में “सनातन धर्म के अपमान” को लेकर कई राजनीतिक और सामाजिक विवाद सामने आए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में इस विषय पर बहस और विरोध जारी है।
कहा जा रहा है कि उक्त वकील ने इसी मुद्दे को लेकर अदालत में नारा लगाकर विरोध दर्ज करने की कोशिश की, जो न्यायिक मर्यादा के खिलाफ माना जा रहा है।
मुख्य बिंदु (Key Highlights):
सुप्रीम कोर्ट में वकील ने किया हंगामा
CJI बी.आर. गवई की बेंच में हुई घटना
नारे लगाए: “सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान”
जूता निकालने की कोशिश, सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ा
CJI बोले – “ऐसी बातों से प्रभावित नहीं होते हम”
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के आदेश