Silver Prices in India : इस साल निवेशकों के लिए चांदी (Silver) सोने से भी ज्यादा फायदे का सौदा साबित हुई है। साल 2025 में अब तक चांदी की कीमतों में करीब 75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, देश के बाजारों में इसकी कीमत लगभग ₹1,50,000 प्रति किलो तक पहुंच चुकी है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
जहां एक ओर त्योहारों के दौरान सोने की मांग बढ़ती है, वहीं इस बार चांदी ने निवेशकों को ‘छप्परफाड़ रिटर्न’ दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी यह तेजी जारी रह सकती है।
क्यों बढ़ रही है Silver Prices
चांदी की कीमतों में तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं —
औद्योगिक मांग में उछाल: इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और ऑटोमोबाइल सेक्टर में चांदी की मांग तेजी से बढ़ी है।
आपूर्ति में कमी: प्रमुख उत्पादक देशों से सीमित उत्पादन होने के कारण आपूर्ति पर दबाव है।
सुरक्षित निवेश का साधन: निवेशक गोल्ड के बाद अब चांदी को भी सुरक्षित एसेट मानने लगे हैं।
वैश्विक अस्थिरता: अमेरिका, जापान और फ्रांस में राजनीतिक अस्थिरता तथा मौद्रिक नीति के बदलावों ने भी इसकी कीमतों को ऊपर धकेला है।
क्या कह रहे हैं मार्केट एक्सपर्ट्स
ऑग्मोंट के हेड ऑफ रिसर्च, डॉ. रेनिशा चेनानी के अनुसार,
“निवेशकों का झुकाव सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा है, जिससे इस साल चांदी में 75% की बढ़त देखने को मिली है। अगर वर्तमान स्तर कायम रहा, तो आने वाले समय में कीमत ₹1,65,000 प्रति किलो तक जा सकती है।”
उन्होंने बताया कि भू-राजनीतिक तनाव, औद्योगिक मांग और मौद्रिक नीतियों में अनिश्चितता Silver Prices को और मजबूती प्रदान कर रही हैं। हालांकि, बीते गुरुवार को इसमें हल्की गिरावट आई और कीमत ₹1,44,000 प्रति किलो पर पहुंची।
क्या अभी निवेश करना फायदेमंद रहेगा
एक्सपर्ट्स की मानें तो, अगर निवेशक लॉन्ग टर्म होल्डिंग रखते हैं तो चांदी अभी भी एक मजबूत विकल्प है। अल्पकाल में उतार-चढ़ाव संभव है, लेकिन आने वाले महीनों में कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है।
साल 2025 में चांदी ने निवेशकों को गोल्ड से कहीं ज्यादा रिटर्न दिया है। बढ़ती औद्योगिक मांग, आपूर्ति में कमी और वैश्विक अनिश्चितता ने इसे निवेश का ‘चमकता सितारा’ बना दिया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले महीनों में Silver Prices in India नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।