Sensex Forecast 2026: ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने सेट किया 107,000 का टारगेट, शेयर बाजार में जोरदार तेजी की संभावनाएं, जानें वजहें

Sensex Forecast 2026 : Morgan Stanley ने 2026 के लिए Sensex का टारगेट 107,000 सेट किया है। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, भारत के शेयर बाजार में अगले साल जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है। जानें क्या हैं अनुमानों के पीछे की वजहें।

Sensex Forecast 2026: शेयर बाजार में आने वाली है जोरदार तेजी? मॉर्गन स्टेनली ने सेट किया 107,000 का टारगेट

Sensex Forecast 2026 : भारतीय शेयर बाजार में आने वाले साल जोरदार उछाल देखने को मिल सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने अपने ताज़ा आउटलुक में बताया है कि सेंसेक्स वर्ष 2026 तक 107,000 के लेवल को पार कर सकता है। यह मौजूदा स्तरों से करीब 27% तक की बढ़त का संकेत देता है।

Sensex Forecast 2026 : खरीदारी का माहौल, निवेशकों के लिए तगड़ा फायदा

मार्केट में हाल ही में एक बार फिर से खरीदारी बढ़ी है, जिससे बाजार की धारणा पॉजिटिव बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह ट्रेंड जारी रहा, तो आने वाले दिनों में मार्केट के मूड में और तेजी देखने को मिल सकती है।

मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि धैर्य रखने वाले निवेशकों को इससे लॉन्ग-टर्म में बड़ा फायदा मिल सकता है।

Sensex Forecast 2026 : कौन-सी परिस्थितियां ला सकती हैं सेंसेक्स में 27% की तेजी

मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, यदि कुछ प्रमुख मैक्रोइकोनॉमिक और नीतिगत स्थितियां फेवर में रहती हैं, तो बाजार नई ऊंचाइयों को छू सकता है। इनमें शामिल हैं
कच्चे तेल की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल से नीचे रहना
वैश्विक स्तर पर टैरिफ और व्यापार माहौल का नरम होना
महंगाई को नियंत्रित रखने वाली नीतियों का जारी रहना

Sensex Forecast 2026 : ऐसी स्थिति में भारतीय इक्विटी मार्केट को मजबूत सपोर्ट मिलेगा।

FY 2025–2028 में 19% CAGR की उम्मीद

ब्रोकरेज फर्म ने अनुमान लगाया है कि यदि आर्थिक स्थिति अनुकूल रहती है तो:

FY 2025 से FY 2028 के बीच सेंसेक्स की कमाई 19% की सालाना दर से बढ़ सकती है।
इससे इक्विटी वैल्यूएशन में मजबूत रैली देखने को मिल सकती है।
भारतीय कॉर्पोरेट सेक्टर की कमाई का साइकिल भी तेज़ी पकड़ सकता है।

Sensex Forecast 2026 : इक्विटी मार्केट के लिए अच्छे दिनों की उम्मीद

विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल टेलविंड्स, मजबूत आर्थिक विकास और रूढ़िवादी मौद्रिक नीतियों से भारतीय बाजारों को सपोर्ट मिलता दिख रहा है। यदि ये सभी कारक सकारात्मक बने रहते हैं, तो आने वाले वर्षों में भारतीय शेयर बाजार दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाजारों में शामिल हो सकता है।

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