Chewing fennel seeds or drinking fennel water : सौंफ हमारे भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है बल्कि सेहत को भी कई फायदे देती है. इसे मुख्य रूप से दो तरीकों से लिया जाता है—कच्ची सौंफ चबाकर या सौंफ का पानी पीकर. दोनों ही तरीके फायदेमंद हैं, लेकिन इनके असर अलग होते हैं.
सौंफ चबाने के फायदे
तुरंत पाचन में सुधार – आवश्यक तेल पाचन एंजाइम को सक्रिय करते हैं.
भूख कंट्रोल और वजन मैनेजमेंट – फाइबर लंबे समय तक पेट भरा रखता है.
पोषक तत्वों का पूरा लाभ – मिनरल्स, फाइबर और ऑयल्स सीधे शरीर को मिलते हैं.
बेहतरीन ब्रीथ फ्रेशनर – मुंह की बदबू तुरंत दूर होती है.
कब चबाएं ?
खाने के तुरंत बाद
सोने से पहले
सफर में
सौंफ का पानी पीने के फायदे
शरीर को डिटॉक्स – एंटीऑक्सीडेंट और डाईयूरेटिक गुण से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं.
वजन घटाने में मदद – मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, पानी रिटेंशन कम करता है.
पेट की जलन व कब्ज में राहत – खासकर गुनगुना पानी पाचन को आराम देता है.
हार्मोन संतुलन और पीरियड्स में मदद – फाइटोएस्ट्रोजन दर्द और बदलाव को कम करता है.
त्वचा में निखार – डिटॉक्स इफेक्ट से चेहरे पर ग्लो आता है.
कब पिएं ?
सुबह खाली पेट
खाने से पहले या बाद में
गर्मियों में ठंडा करके
कौन-सा तरीका बेहतर ?
तुरंत पाचन और ब्रीथ फ्रेशनिंग के लिए – सौंफ चबाएं.
डिटॉक्स, वजन कम, हार्मोन बैलेंस और त्वचा सुधार के लिए – सौंफ का पानी पिएं.
सबसे अच्छा तरीका:
सुबह खाली पेट एक गिलास सौंफ का पानी
खाने के बाद 1-2 चम्मच सौंफ चबाना
सावधानियां:
रोज 1–2 चम्मच से ज्यादा न लें.
प्रेग्नेंट महिलाएं डॉक्टर से सलाह लें.
एलर्जी होने पर सेवन से बचें.
सौंफ, चाहे चबाकर लें या पानी के रूप में, पाचन, वजन, हार्मोन और त्वचा के लिए एक छोटा लेकिन असरदार हेल्थ बूस्टर है.