New Delhi :आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर एक बार फिर संविधान और धर्मनिरपेक्षता को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया कि “धर्मनिरपेक्षता भारतीय संस्कृति का मूल नहीं है, बल्कि सर्वधर्म समभाव इसका आधार है।” इस बयान को लेकर कांग्रेस के नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है।
राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, “RSS का नकाब फिर से उतर गया है। संविधान इन्हें चुभता है क्योंकि वो समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्याय की बात करता है। बीजेपी और आरएसएस को संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए। वे बहुजनों और गरीबों से उनके अधिकार छीनकर उन्हें फिर से गुलाम बनाना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “संविधान जैसा ताकतवर हथियार उनसे छीनना इनका असली एजेंडा है। लेकिन आरएसएस ये सपना देखना बंद करे – हम उन्हें कभी सफल नहीं होने देंगे। हर देशभक्त भारतीय आखिरी सांस तक संविधान की रक्षा करेगा।”
इस बयान ने सियासी माहौल को और गर्मा दिया है। जहां एक ओर बीजेपी इसे कांग्रेस की रणनीति करार दे रही है, वहीं विपक्ष इसे संविधान बचाओ की लड़ाई बता रहा है।