Rahul Gandhi admitted his mistake : राहुल गांधी ने स्वीकार किया, सरकार में मुझसे जाति जनगणना न कराना गलती थी

Rahul Gandhi Admitted His Mistake : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बड़ी स्वीकारोक्ति की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में रहते हुए जाति जनगणना न करवा पाना उनकी व्यक्तिगत गलती थी। राहुल गांधी कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन’ में बोल रहे थे।

राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो साफ दिखता है कि ओबीसी वर्ग के मुद्दों को मैं पहले गहराई से नहीं समझ पाया। आदिवासियों और दलितों की समस्याएं स्पष्ट होती हैं, लेकिन ओबीसी की तकलीफें दिखती नहीं हैं और यही मेरी गलती रही।

उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कांग्रेस पार्टी की नहीं, बल्कि उनकी व्यक्तिगत चूक थी। राहुल ने कहा कि अब इस गलती को सुधारने की जिम्मेदारी उन्होंने उठाई है। उन्होंने कहा किअब मैं पीछे नहीं हटने वाला। जाति जनगणना कराना मेरा पक्का इरादा है।

राहुल गांधी ने जाति जनगणना को “राजनीतिक भूकंप” करार देते हुए कहा कि इस मुद्दे ने देश की राजनीतिक जमीन को हिला दिया है। 21वीं सदी डेटा की सदी है, और अब समय आ गया है कि देश की असली सामाजिक संरचना को सामने लाया जाए।

उन्होंने तेलंगाना सरकार की मिसाल देते हुए बताया कि वहां ओबीसी और दलितों की स्थिति पर डेटा आधारित विश्लेषण किया जा चुका है और उसी दिशा में देशभर में काम होना चाहिए।

राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने ओबीसी का इतिहास दबा दिया है। उन्होंने कहा कि “दलित, आदिवासी और ओबीसी देश की उत्पादक शक्ति हैं, लेकिन उन्हें उनका हक नहीं मिला। यह लड़ाई अब उनके हक और हिस्सेदारी की है।

कार्यक्रम में प्रियंका गांधी का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि आप मेरी बहन से पूछिए, जब मैं किसी बात का फैसला करता हूं, तो मैं पीछे नहीं हटता।

राहुल गांधी की यह स्वीकारोक्ति और जाति जनगणना पर स्पष्ट रुख आगामी चुनावी राजनीति में महत्वपूर्ण असर डाल सकता है, खासकर ओबीसी मतदाताओं के बीच कांग्रेस की पकड़ मजबूत करने की दिशा में।

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