Prashant Kishor quit politics : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में Janata Dal (United) (JDU) की 83 सेट बढ़त के बाद Prashant Kishor के उस वायरल बयान पर नई सियासी हलचल, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर JDU 25 सेट से अधिक लेगी तो वे राजनीति छोड़ देंगे।
Prashant Kishor quit politics : बिहार के विधानसभा चुनाव 2025 में Jan Suraaj Party (JSP) के संस्थापक एवं रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बयान पहले किया था जिसमें कहा था – अगर JDU 25 सेट से अधिक लेगी तो मैं राजनीति छोड़ दूँगा।
हाल के दौर में JDU ने लगभग 83 सीटों पर बढ़त बनाई है, जिससे यह बयान फिर से सुर्खियों में आ गया है।
Prashant Kishor quit politics : प्रमुख बिंदु

प्रशांत किशोर ने जुलाई / सितंबर 2025 में मीडिया को दिए इंटरव्यू में यह दांव लगाया था कि तीर चिन्ह (JDU का चुनाव चिन्ह) को 25 सेट से ज्यादा मिले तो वे राजनीति छोड़ देंगे।
JSP ने इस चुनाव में लगभग 238 से 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन अब तक कोई जीत नहीं मिली है।
JSP के शीर्ष नेतृत्व ने कहा है कि परिणामों की समीक्षा की जाएगी।
JDU की सफलता और इस बयान के वायरल होने से प्रशांत किशोर के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
Prashant Kishor quit politics : विश्लेषण

इस बयान को “स्वयं दांव” (self-bet) के रूप में देखा जा रहा है, जहाँ किशोर ने अपनी राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर लगाई थी।
JDU की बढ़त, JSP की अप्रभावीता और किशोर के बयान का मेल इतिहास में राजनीतिक दावों के मायने को उजागर करता है — यदि कोई नेता सार्वजनिक रूप से शर्त लगाता है, तो लगे दांव के टूटने पर उसकी सार्वजनिक छवि प्रभावित हो सकती है।
JSP ने नई राजनीति, विकास-आधारित एजेंडा, पारंपरिक जाति-राजनीति से ऊपर उठने का दावा किया था, लेकिन चुनावी परिणाम इसे प्रमाणित नहीं कर पा रहे हैं।

Prashant Kishor quit politics : इस तरह, यह स्पष्ट है कि प्रशांत किशोर का बयान सिर्फ एक मीडिया स्टेटमेंट नहीं बल्कि उनके राजनीतिक पोजिशनिंग का हिस्सा था — अब जब JDU की स्थिति 25 सेट से बहुत ऊपर दिख रही है, तो यह देखा जाना बाकी है कि किशोर इस दांव पर क्या कदम उठाएंगे: राजनीति छोड़ने की उनकी शर्त पर कायम रहेंगे या अपना रुख बदलेंगे।