SCO Summit 2025: पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सीमा विवाद, कैलाश मानसरोवर यात्रा, डायरेक्ट फ्लाइट, व्यापार और वैश्विक मुद्दों पर अहम चर्चा की।
SCO Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों में पिछले कुछ महीनों से आए सकारात्मक बदलाव का स्वागत किया और कहा कि दोनों देश विकास के साथी हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं।
सीमा विवाद और शांति पर सहमति (H3)
पीएम मोदी ने सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को आगे बढ़ने के लिए आवश्यक बताया। दोनों नेताओं ने पिछले साल हुए डिसएंगेजमेंट पर संतोष जताया और सीमा विवाद का “न्यायसंगत व स्वीकार्य समाधान” निकालने की प्रतिबद्धता दोहराई।
वीज़ा, फ्लाइट और कैलाश मानसरोवर यात्रा (H3)
भारत और चीन ने लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया। बैठक में तीन अहम बिंदुओं पर सहमति बनी—
वीज़ा सुविधा को आसान बनाना
सीधी उड़ानों (Direct Flights) को फिर से शुरू करना
कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली
व्यापार और वैश्विक सहयोग (H3)
दोनों नेताओं ने व्यापार घाटा कम करने और निवेश बढ़ाने पर चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन दोनों रणनीतिक स्वायत्तता का पालन करते हैं और किसी तीसरे देश के नज़रिए से अपने रिश्तों को नहीं देखते।
साथ ही, आतंकवाद और निष्पक्ष व्यापार जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी।
भविष्य की मुलाकातें और आमंत्रण (H3)
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन की SCO अध्यक्षता का समर्थन किया और शी जिनपिंग को भारत में 2026 BRICS शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया। शी ने आमंत्रण स्वीकार किया और भारत की अध्यक्षता का समर्थन देने का आश्वासन दिया।
अन्य मुलाकातें (H3)
पीएम मोदी ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो स्थायी समिति सदस्य काई ची से भी मुलाकात की। काई ने कहा कि चीन भारत के साथ रिश्तों को और मजबूत करना चाहता है।