Foreign Products in India : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए स्वदेशी अपनाने (Swadeshi Products) पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत के हर नागरिक को चाहिए कि वह जानबूझकर भारत में बने उत्पादों का इस्तेमाल करे. पीएम मोदी ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि हम छोटी-सी कंघी और साबुन से लेकर बड़े इलेक्ट्रॉनिक सामान तक Made in India Products का इस्तेमाल करेंगे, तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और भारतीय उद्योगपतियों व उद्यमियों को सीधा फायदा मिलेगा.
उन्होंने आगे कहा कि हर दुकान, हर घर और हर ऑफिस को “स्वदेशी से सजाना है” ताकि भारत आत्मनिर्भरता की राह पर तेजी से आगे बढ़ सके.
रोजमर्रा की जिंदगी में Foreign Products का इस्तेमाल
हालांकि आत्मनिर्भर भारत का संदेश लगातार दिया जा रहा है, लेकिन हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में अब भी कई विदेशी उत्पाद (Foreign Products in India) गहराई से जुड़े हुए हैं. इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
साबुन और शैंपू (अधिकांश ब्रांड विदेशी कंपनियों के)
एनर्जी ड्रिंक और पैकेज्ड जूस
दीपावली और त्योहारों में लगने वाली सजावटी लाइटें
कंघी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स
वॉशिंग मशीन, ग्राइंडर और अन्य घरेलू इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
टूथब्रश और टूथपेस्ट
शेविंग क्रीम और रेजर
चॉकलेट और मिल्क पाउडर
स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स
इन उत्पादों का रोजाना इस्तेमाल यह साबित करता है कि विदेशी कंपनियों का भारत की खपत पर गहरा प्रभाव है.
जीएसटी सुधार: आम जनता को बड़ा लाभ
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जीएसटी सुधार (GST Reforms 2025) का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि अब देश में जीएसटी को और सरल बनाते हुए सिर्फ दो स्लैब रहेंगे — 5% और 18%.
5% स्लैब में आने वाले प्रोडक्ट्स और सेवाएं: रोजमर्रा की चीजें जैसे साबुन, खाने-पीने का सामान, दवाएं, हेल्थकेयर और जीवन बीमा.
18% स्लैब में आने वाले प्रोडक्ट्स: इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, लग्जरी आइटम और महंगे सामान.
इन सुधारों के बाद आम लोगों को राहत मिलेगी और व्यापार जगत को भी अधिक पारदर्शिता का फायदा मिलेगा.
पीएम मोदी का यह संदेश स्पष्ट है कि स्वदेशी अपनाना केवल नारा नहीं बल्कि भारत की आर्थिक मजबूती का आधार है. यदि लोग विदेशी वस्तुओं की जगह भारतीय उत्पादों का इस्तेमाल करेंगे, तो न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि रोजगार और उद्योग भी तेजी से बढ़ेंगे.