Dry Eyes : आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति दिनभर मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रहता है। नेशनल आई इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, शहरी युवाओं में Dry Eyes की समस्या तेजी से बढ़ रही है। लगातार स्क्रीन पर नजरें टिकाए रखने से आंखों की नमी खत्म हो जाती है, जिससे आंखों में जलन, सूखापन और धुंधलापन जैसी दिक्कतें बढ़ रही हैं।
क्या है Dry Eyes की समस्या
जब आंखों की सतह पर मौजूद नमी खत्म होने लगती है, तो आंखें सूखने लगती हैं। यह स्थिति Dry Eyes Syndrome कहलाती है। इसमें आंखों से पानी आना, लाल होना, जलन महसूस होना या धुंधला दिखना जैसे लक्षण दिखते हैं।
युवाओं में क्यों बढ़ रही है Dry Eyes की परेशानी
- लंबे समय तक स्क्रीन देखना:
आज अधिकांश लोग दिन का 6-8 घंटे मोबाइल या लैपटॉप पर बिताते हैं। इससे Blinking Rate (पलक झपकने की दर) कम हो जाती है, जिससे आंखों की नमी घटती है। - एयर कंडीशनर (AC) का अधिक उपयोग:
एसी हवा आंखों की नमी को तेजी से सोख लेती है, जिससे ड्राईनेस 50% तक बढ़ जाती है। - नींद की कमी:
देर रात तक फोन या लैपटॉप चलाने से नींद पूरी नहीं हो पाती, जिससे आंखों में सूखापन और थकान महसूस होती है। - पोषक तत्वों की कमी:
ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन A और पानी की कमी भी आंखों की सेहत को प्रभावित करती है।

ड्राई आइज ( Dry Eyes ) के लक्षण
आंखों में जलन या चुभन
आंखों से पानी आना या सूखापन महसूस होना
धुंधला दिखाई देना
आंखों में लालपन
लंबे समय तक पढ़ने या स्क्रीन देखने पर दर्द
बचाव के उपाय
20-20-20 नियम अपनाएं: हर 20 मिनट बाद 20 सेकेंड के लिए 20 फीट दूर देखें।
एसी का इस्तेमाल सीमित करें: कमरे में नमी बनाए रखें।
पलकें झपकाते रहें: स्क्रीन पर काम करते वक्त पलक झपकाने की आदत डालें।
आंखों को आराम दें: हर 1-2 घंटे में ब्रेक लें और आंखें बंद करें।
पानी और पौष्टिक भोजन लें: विटामिन A, ओमेगा-3 और हरी सब्जियों का सेवन करें।
नींद पूरी लें: कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।

डॉक्टर की सलाह
नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आंखों में लगातार जलन या सूखापन Dry Eyes महसूस हो, तो आंखों की जांच जरूर कराएं। समय रहते ध्यान न देने पर यह समस्या स्थायी भी हो सकती है और दृष्टि कमजोर हो सकती है।
डिजिटल युग में आंखों की सेहत पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कम करें, बीच-बीच में ब्रेक लें और स्वस्थ खानपान अपनाएं। याद रखें — थोड़ी सी सावधानी, आपकी आंखों की सेहत की गारंटी बन सकती है।