Nitesh Rane on Shaniwarwada Namaz Row : पुणे के ऐतिहासिक शनिवार वाड़ा (Shaniwarwada) में नमाज पढ़ने के मामले ने महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया है। पेशवाओं की इस ऐतिहासिक धरोहर में कुछ मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज अदा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी नेताओं और हिंदू संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी और बीजेपी नेता Nitesh Rane ने इसे “ऐतिहासिक स्थल का अपमान” बताया और इस पर कार्रवाई की मांग की।
Nitesh Rane का बयान: “कल हाजी अली के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ेंगे”
सोमवार को एक वीडियो जारी करते हुए बीजेपी नेता Nitesh Rane ने कहा,
“शनिवार वाड़ा हमारा गौरव है, हमारे शौर्य का प्रतीक है। अगर वहां नमाज पढ़ी जा सकती है, तो कल हमारे कार्यकर्ता हाजी अली दरगाह के बाहर हनुमान चालीसा और महा आरती करेंगे। तब किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए।”
Nitesh Rane कहा कि अगर किसी धर्म को अपनी प्रार्थना अपने धार्मिक स्थलों पर करनी चाहिए, तो फिर “मस्जिद छोड़कर ऐतिहासिक किले में नमाज क्यों पढ़ी जा रही है ?”
‘शुद्धिकरण’ के लिए छिड़का गया गौमूत्र
विवाद के बाद रविवार (19 अक्टूबर) को सकल हिंदू समाज और पतित पावन संगठन के कार्यकर्ता मेधा कुलकर्णी के नेतृत्व में शनिवार वाड़ा पहुंचे।
उन्होंने वहां गोमूत्र और गोबर से शुद्धिकरण किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने हालात को काबू में किया, लेकिन माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण रहा।
मेधा कुलकर्णी का आरोप: “ऐतिहासिक धरोहर का अपमान”
बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी ने कहा,
“शनिवार वाड़ा केवल ईंट-पत्थर नहीं, बल्कि पेशवाओं की संस्कृति और मराठा गौरव का प्रतीक है। वहां नमाज पढ़ना ऐतिहासिक धरोहर का अपमान है। प्रशासन को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
पुलिस की सफाई
पुणे पुलिस ने बताया कि शनिवार वाड़ा एक टूरिस्ट स्पॉट और हेरिटेज साइट है। वहां किसी भी धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं है। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है कि नमाज का आयोजन कैसे और किन लोगों द्वारा किया गया।
राजनीतिक माहौल गर्म
इस घटना के बाद महाराष्ट्र में धर्म और राजनीति का घमासान तेज हो गया है। जहां बीजेपी नेताओं ने इसे “हिंदू आस्था पर हमला” बताया, वहीं विपक्षी दलों ने “धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति” करने का आरोप लगाया है।