Maratha Reservation : मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) को लेकर मुंबई के आज़ाद मैदान में पांच दिनों से चल रहा मनोज जरांगे पाटिल का अनशन आज खत्म हो गया। महाराष्ट्र सरकार के आश्वासन के बाद जरांगे ने समर्थकों से घोषणा की कि “हम जीत गए हैं” और आंदोलन समाप्त करने का ऐलान किया।
जरांगे ने समर्थकों से कहा कि वे अब अपने-अपने गांव लौट जाएं और खुद इलाज के लिए अस्पताल जाएंगे। आंदोलन की समाप्ति के बाद आज़ाद मैदान में समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया।
महाराष्ट्र सरकार ने दी बड़ी राहत
सरकार ने वादा किया है कि मराठा आंदोलन के दौरान दर्ज सभी केस वापस लिए जाएंगे।
मराठा समुदाय को कुनबी का हिस्सा घोषित करने वाला सरकारी आदेश (जीआर) दो महीने में जारी किया जाएगा।
जरांगे ने चेतावनी दी है कि अगर जीआर जारी नहीं हुआ तो आंदोलन फिर से शुरू होगा।
बॉम्बे हाई कोर्ट का सख्त रुख
इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने मराठा आंदोलन को लेकर राज्य सरकार और आंदोलनकारियों दोनों से कड़े सवाल किए। कोर्ट ने कहा कि आंदोलन के कारण ट्रैफिक जाम हुआ और मुंबई के लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
कोर्ट ने आंदोलनकारियों से पूछा कि जब 60 हजार से ज्यादा लोग शहर में पहुंचे तो ट्रैफिक नियंत्रण के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए। वहीं, राज्य सरकार से भी सवाल किया कि “आपने स्थिति को इस स्तर तक क्यों आने दिया?”
आगे क्या ?
मामले की अगली सुनवाई कल होगी। हाई कोर्ट ने साफ किया कि यदि आदेशों की अवहेलना हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Maratha Reservation पर यह समझौता आंदोलनकारियों और सरकार दोनों के लिए राहत लेकर आया है, लेकिन अंतिम समाधान जीआर जारी होने के बाद ही सामने आएगा।