KANWAR YATRA EFFECT ON TRAFFIC : सावन महीने में कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर भारी TRAFFIC जाम की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन द्वारा हरिद्वार से मेरठ आने वाली लेन को पूरी तरह बंद किए जाने के बाद, अब हाईवे की एकमात्र खुली लेन से ही दोनों दिशाओं की आवाजाही हो रही है, जिससे करीब 6 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
गाड़ियों की रफ्तार इतनी धीमी है कि 6 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को 1 घंटे से ज्यादा समय लग रहा है। इस जाम में आम वाहन ही नहीं बल्कि सरकारी अधिकारी की गाड़ियां, बसें और दोपहिया वाहन भी फंसे हैं।
बस चालकों और यात्रियों की परेशानी बढ़ी
एक बस चालक ने बताया, “गाजियाबाद से मेरठ आने में दो घंटे लग गए। अब मेरठ से मुज़फ़्फ़रनगर के बीच भी हालात खराब हैं, समझ नहीं आ रहा क्या करें।” वहीं एक दोपहिया वाहन चालक ने कहा कि जो दूरी पहले 15 मिनट में तय होती थी, अब उसमें एक घंटे से ज्यादा लग रहा है।
TRAFFIC जाम के सबसे गंभीर प्वाइंट:
मेरठ का भागवतपुरम
दौराला
मोदीनगर
इन इलाकों में TRAFFIC जाम की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है और वाहन घंटों से जस की तस खड़े हैं।
आस्था और आमजन की टकराहट
जहां प्रशासन ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए एक तरफ की सड़क बंद की है, वहीं आम जनता इस आस्था के जाम में बुरी तरह फंसी है। ट्रैफिक पुलिस लगातार प्रयास कर रही है जाम को खाली कराने का, लेकिन फिलहाल राहत के संकेत नहीं हैं।
गौरतलब है कि कांवड़ यात्रा अभी सिर्फ 3 दिन ही पुरानी है और 21 जुलाई को शिवरात्रि है। ऐसे में आने वाले 7 दिनों तक जनता को भारी TRAFFIC और असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
यह है सवाल :
क्या प्रशासन के पास कोई वैकल्पिक योजना है?
क्या आस्था और व्यवस्था में संतुलन संभव है?
आम जनता की इस तकलीफ का समाधान कब?
अगले कुछ दिनों में स्थिति और न बिगड़े, इसके लिए प्रशासन को जल्द कोई ठोस कदम उठाने होंगे।