Iran Israel War : अमेरिकी एयरस्ट्राइक पर सऊदी अरब व पाकिस्तान की प्रतिक्रिया, ऋषि सुनक बोले- अमेरिका-इजरायल बधाई के पात्र

Tehran/washington/London/Riyadh:
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध में अमेरिका की एंट्री के बाद हालात और गंभीर हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। इस कार्रवाई पर अब अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

सऊदी अरब ने जताई चिंता

सऊदी अरब ने अमेरिका द्वारा ईरान पर की गई एयरस्ट्राइक पर गहरी चिंता जताई है। सऊदी सरकार के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि खाड़ी क्षेत्र में बढ़ता तनाव पूरे मध्य-पूर्व की स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है। सऊदी ने संयम बरतने और कूटनीतिक समाधान पर जोर दिया है।

पाकिस्तान ने की शांति की अपील

पाकिस्तान की ओर से भी इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया आई है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए और सैन्य कार्रवाई के बजाय बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए। पाकिस्तान ने युद्ध की स्थिति से क्षेत्रीय शांति और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जाहिर की है।

ऋषि सुनक ने अमेरिका-इजरायल को सराहा

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अमेरिका और इजरायल की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा, “ईरान लंबे समय से वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। उसके पास परमाणु हथियार होने की आशंका अस्वीकार्य है। अमेरिका और इजरायल ने जो कार्रवाई की है, वह निर्णायक और ज़रूरी थी। वे बधाई के पात्र हैं।”

ईरान का कड़ा बयान: हमने युद्ध शुरू नहीं किया

ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने मिस्र के राष्ट्रपति से बात करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की कोशिश की, लेकिन इजरायल ने उनकी संप्रभुता का उल्लंघन किया। ईरान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन आक्रामकता जारी रही तो निर्णायक जवाब दिया जाएगा।

बहरीन में डर का माहौल, वर्क फ्रॉम होम का आदेश

बहरीन ने अमेरिकी एयरस्ट्राइक के बाद अपने सभी सिविल कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि बहरीन में स्थित अमेरिकी नौसैनिक अड्डे को लेकर सुरक्षा चिंताओं के चलते ये कदम उठाया गया है।

पत्रकार के परिवार को बनाया बंधक

ईरान इंटरनेशनल ने आरोप लगाया है कि उनके एक पत्रकार के परिवार को ईरानी सरकार ने हिरासत में लिया है, ताकि पत्रकार को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा सके। चैनल ने इसे “बंधक बनाना” और “स्वतंत्र पत्रकारिता पर हमला” बताया है।

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