BIHAR, ‘INDIA’ ON ELECTION COMMISSION : बिहार में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम 2025 को लेकर सियासत गरमा गई है। विपक्षी INDIA गठबंधन ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए 9 अप्रैल को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया है। राजद कार्यालय में सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस कार्यक्रम को गरीब, वंचित और दलित मतदाताओं को वोटिंग अधिकार से वंचित करने की साजिश करार दिया।
तेजस्वी यादव का आरोप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए 11 दस्तावेजों की अनिवार्यता का कोई संवैधानिक या कानूनी आधार नहीं है। उन्होंने इसे भ्रमित करने वाली प्रक्रिया बताते हुए कहा कि आम जनता को इससे भारी परेशानी हो रही है।
तेजस्वी ने का दावा
तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह सिर्फ एक चुनावी नहीं, बल्कि संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई है, जिसे INDIA गठबंधन पूरी ताकत से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी 9 अप्रैल को होने वाले आंदोलन में शामिल होंगे।
BLO और शिक्षकों पर दबाव का आरोप
तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर ब्लॉक लेवल ऑफिसर्स (BLO) और शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव डालने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के काम के लिए लगाए गए वॉलंटियर्स की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं और आयोग को उनकी सूची सार्वजनिक करनी चाहिए।
संवैधानिक अधिकारों पर चोट: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कार्यक्रम को संविधान के अनुच्छेद 326 के खिलाफ बताया, जो बिना भेदभाव सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि आयोग का यह कदम लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला है।
INDIA गठबंधन ने स्पष्ट किया कि जब तक यह प्रक्रिया रोकी नहीं जाती और पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा।