India GDP Growth World Bank Forecast : अमेरिकी टैरिफ भी नहीं रोक पाया भारत का ग्रोथ, वर्ल्ड बैंक ने बढ़ाया GDP अनुमान — अर्थव्यवस्था पर नई खुशखबरी

India GDP Growth World Bank Forecast : वैश्विक आर्थिक मंदी और अमेरिका के ऊंचे टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूती दिखा रही है। वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने अपनी South Asia Development Update Report में भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाकर प्रतिशत कर दिया है। पहले यह अनुमान 6.3 प्रतिशत था।

रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू उपभोग में तेजी, कृषि क्षेत्र का मजबूत प्रदर्शन और ग्रामीण मजदूरी में सुधार जैसे कारकों ने भारत की आर्थिक रफ्तार को बनाए रखा है।

वर्ल्ड बैंक का अनुमान — भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेज़

वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भारत दक्षिण एशिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
हालांकि, अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% तक के उच्च टैरिफ का असर आने वाले वर्षों में दिख सकता है। इसी कारण वित्त वर्ष 2026-27 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान घटाकर 6.3% कर दिया गया है।

दक्षिण एशिया की वृद्धि दर में गिरावट

वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक,

दक्षिण एशिया की कुल वृद्धि दर 2024-25 में 6.6% से घटकर 2026-27 में 5.8% रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया कि यह गिरावट वैश्विक व्यापार बाधाओं, तकनीकी बदलावों, और AI (Artificial Intelligence) से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण है।

भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था बनी मजबूत

रिपोर्ट में भारत की घरेलू स्थिति को लेकर सकारात्मक संकेत दिए गए हैं—

कृषि उत्पादन में सुधार से ग्रामीण आय में बढ़ोतरी हुई है।
GST सुधारों ने आर्थिक गतिविधियों को नई गति दी है।
ग्रामीण मजदूरी में वृद्धि ने उपभोग को सहारा दिया है।

वर्ल्ड बैंक ने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लक्ष्य दायरे के भीतर मुद्रास्फीति (Inflation) रहने की संभावना है।

अमेरिकी टैरिफ का संभावित असर

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले लगभग 75% भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाया गया है।
यह निर्णय भारत के टेक्सटाइल, ऑटो पार्ट्स और स्टील सेक्टर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, घरेलू मांग और नीति सुधारों के चलते भारत की अर्थव्यवस्था फिलहाल लचीली बनी हुई है।

वैश्विक तुलना में भारत आगे

वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भले ही वैश्विक वृद्धि की रफ्तार धीमी हो, भारत की अर्थव्यवस्था अन्य उभरते बाजारों और विकासशील देशों (EMDEs) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करती रहेगी।

कुल मिलाकर, वर्ल्ड बैंक का ताज़ा आकलन यह दर्शाता है कि —

“भारत की अर्थव्यवस्था घरेलू मांग के दम पर मजबूत बनी रहेगी, हालांकि अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक अनिश्चितताएं इसकी गति को कुछ हद तक धीमा कर सकती हैं।”

भारत के लिए यह रिपोर्ट एक राहतभरी खबर है, जो यह दिखाती है कि मुश्किल वैश्विक परिस्थितियों में भी देश की आर्थिक नींव मजबूत बनी हुई है।

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