Varanasi : लहुराबीर स्थित वनिता इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन एंड डिजाइन में हर वर्ष की भांति इस बार भी Hariyali Teej महोत्सव पारंपरिक उल्लास और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान की प्राचार्या प्रीती अग्रवाल एवं समस्त अध्यापिकाओं द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ।
Hariyali Teej महोत्सव पर डिग्री एवं डिप्लोमा विभाग की छात्राओं ने पारंपरिक गीत-संगीत, नृत्य और मेहंदी प्रतियोगिता के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को सजीव किया। मेहंदी प्रतियोगिता में गारमेंट टेक्नोलॉजी की निशात आफरोज ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि एडवांस फैशन डिजाइन की खुशबू पटेल को द्वितीय एवं बी. डिजाइन की अमृता भारती को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया।

कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक गीत “छाई घटा घनघोर बन में, बोलन लागे मोर…” ने सभी को भावविभोर कर दिया। वहीं, “तीज क्वीन” प्रतियोगिता में गरिमा (डिग्री विभाग) और अंकिता मौर्या (डिप्लोमा विभाग) को यह खिताब प्रदान किया गया।

कार्यक्रम का संचालन आस्था जायसवाल और दीपांजलि ने किया। प्राचार्या प्रीती अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि Hariyali Teej भारतीय संस्कृति में स्त्री सशक्तिकरण, पारिवारिक समर्पण और सौंदर्यबोध का प्रतीक है। यह पर्व विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना हेतु मनाया जाता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और सुख-शांति की कामना करती हैं।

इस अवसर पर संस्था की समस्त छात्राएं, शिक्षकगण एवं नॉन-टीचिंग स्टाफ ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का साधन बना, बल्कि छात्राओं को भारतीय परंपराओं और मूल्यों से भी जोड़ने का माध्यम सिद्ध हुआ।