GUJARAT BRIDGE TRAGEDY , VADODARA : वडोदरा जिले के गम्भीरा गांव के पास महिसागर नदी में बुधवार (9 जुलाई) को हुए पुल हादसे के तीसरे दिन शुक्रवार को एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इस हादसे में अब तक 18 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दो लोग अभी भी लापता हैं।
वडोदरा कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि शुक्रवार का मुख्य उद्देश्य नदी में स्लैब के नीचे फंसे एक शव और एक ट्रक चालक की तलाश करना है। हादसे में कई वाहन नदी में गिर गए थे, जिनमें एक टैंकर भी शामिल था जो सल्फ्यूरिक एसिड से भरा हुआ था।
NDRF, SDRF और स्थानीय एजेंसियों द्वारा मिलकर बचाव कार्य चलाया जा रहा है, लेकिन कीचड़, सोडा ऐश के रिसाव और रासायनिक टैंकर के कारण ऑपरेशन में काफी कठिनाइयाँ आ रही हैं।
बचाव कार्य को सुचारु बनाने के लिए सेना के हाई-पावर ट्रक और तीन ट्रकों की कंक्रीट मिक्स से बना प्लेटफॉर्म इस्तेमाल किया जा रहा है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुल हादसे को लेकर राज्य के सड़क और भवन विभाग के चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया।
गौरतलब है कि 2021 से अब तक गुजरात में पुल गिरने की छह बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें अक्टूबर 2022 का मोरबी पुल हादसा सबसे भीषण रहा, जिसमें 135 लोगों की मौत हुई थी।