New Delhi – पश्चिम एशिया में जारी भू-राजनीतिक तनाव का असर अब सोने की कीमतों पर साफ दिख रहा है। इजरायल और ईरान के बीच मिसाइल हमलों की वजह से बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है, लेकिन इसके बावजूद शुक्रवार को MCX पर सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू बाजार में सोना 99,096 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र की तुलना में कम है।
क्यों गिरा सोना?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी:
- स्पॉट गोल्ड 0.2% गिरकर $3,365.51/oz पर आ गया।
- US गोल्ड फ्यूचर्स 0.7% लुढ़ककर $3,385.50/oz पर बंद हुआ।
- चांदी की कीमतों में भी 1.1% की गिरावट देखी गई।
डॉलर और बॉन्ड यील्ड्स का असर:
- अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ऊंची बॉन्ड यील्ड्स ने सोने को कमजोर किया।
- ब्याज दरों को लेकर बनी अनिश्चितता ने भी निवेशकों को सतर्क कर दिया है।
भू-राजनीतिक तनाव:
- इजरायल और ईरान के बीच जारी मिसाइल हमलों से बाजार में डर का माहौल है।
- ट्रम्प प्रशासन के अगले कदम का बाजार बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है। अगर अमेरिका युद्ध में कूदता है, तो सोने में तेज़ उछाल मुमकिन है।
🇺🇸 फेड की नीतियों पर टिकी निगाहें
- फेडरल रिजर्व ने 2025 में 50 बेसिस प्वाइंट्स की रेट कटौती का संकेत दिया है।
- हालांकि चेयरमैन जेरोम पॉवेल डेटा-आधारित रुख पर कायम हैं, जिससे बाजार में असमंजस बना हुआ है।
MCX Gold में टेक्निकल व्यू
- अगस्त वायदा में 97,000 रुपये का सपोर्ट स्तर प्रमुख माना जा रहा है।
- जानकारों का मानना है कि जब तक फेड की नीति और वैश्विक तनाव को लेकर तस्वीर साफ नहीं होती, सोना एक सीमित दायरे में ही कारोबार करता रहेगा।
निवेश सलाह: Sell-on-Rise
- बाजार विश्लेषकों और द मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी के लिए उछाल पर बेचने (Sell-on-Rise) की रणनीति बेहतर है।
- निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बड़े ब्रेकआउट या फेड की नीति में स्पष्टता आने तक सतर्क रहें।
अभी सोने की कीमतों में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। युद्ध और ब्याज दरों के फैसलों पर निर्भर करेगा कि सोने में गिरावट जारी रहेगी या अचानक तेज उछाल आएगा। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहकर ट्रेडिंग रणनीति अपनानी चाहिए।