Varanasi DM suspends doctors : जिला प्रशासन ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बाहर से दवा लिखने की प्रथा पर सख्ती दिखाई है। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) पिंडरा के दो डॉक्टरों और एक फार्मासिस्ट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शनिवार को डीएम सत्येंद्र कुमार ने पिंडरा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि डॉक्टर मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध दवाओं के बजाय बाहरी मेडिकल स्टोर्स से दवा खरीदने की सलाह दे रहे हैं।
डीएम ने मौके पर ही डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. अरविंद और फार्मासिस्ट अभिमन्यु से पूछताछ की। तीनों का जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर जिलाधिकारी ने तत्काल निलंबन आदेश जारी कर दिया।
निरीक्षण में कई खामियां उजागर
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की कमी, दवा वितरण में अनियमितता और स्टाफ की अनुपस्थिति पर भी कड़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने मौजूद चिकित्सकों को निर्देशित किया कि—
मरीजों को केवल अस्पताल में उपलब्ध दवाएं ही दी जाएं।
किसी भी परिस्थिति में बाहर से दवा खरीदने की सलाह न दी जाए।
अस्पताल में वैकल्पिक दवाओं की सूची हमेशा उपलब्ध रहे।
डीएम ने दिए सख्त निर्देश
डीएम सत्येंद्र कुमार ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी केंद्रों में—
दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए,
नियमित जांच की जाए,
और मरीजों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी की यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग के प्रति लापरवाही पर कड़ा संदेश मानी जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जनता की सुविधा से खिलवाड़ करने वालों पर अब सख्त कदम उठाए जाएंगे।