Chhath Puja 2025 Kharna : सूर्योपासना और लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का आज दूसरा दिन खरना है। कल नहाए-खाए के साथ पर्व की शुरुआत हो चुकी थी, और आज व्रती महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर शाम के समय छठी मैया की पूजा करेंगी। खरना के इस विशेष दिन पर गुड़ की खीर और रोटी का भोग छठी मैया को अर्पित किया जाता है।
Chhath Kharna 2025 का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार 26 अक्टूबर 2025, रविवार को खरना की पूजा के लिए शुभ समय शाम 5 बजकर 41 मिनट से 7 बजे तक रहेगा। यह 1 घंटे 19 मिनट का शुभ समय छठी मैया को गुड़ की खीर और रोटी अर्पित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
आज की पंचांग स्थिति —
तिथि: कार्तिक शुक्ल पंचमी
नक्षत्र: ज्येष्ठा
योग: शोभन
करण: बव
चंद्रमा: वृश्चिक राशि में

Chhath Kharna : गुड़ की खीर और रोटी का महत्व
छठ के दूसरे दिन खरना (Chhath Kharna) पर गुड़ की खीर और रोटी का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,
गुड़ सूर्य देव का प्रतीक है,
दूध और चावल चंद्रमा के प्रतीक माने जाते हैं।
इस दिन व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय छठी मैया को गुड़ की खीर और रोटी का भोग लगाती हैं। मान्यता है कि यह प्रसाद ग्रहण करने से जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है।
खरना पर गुड़ की खीर बनाने की पारंपरिक विधि
सामग्री:
चावल – 1 कप
दूध – 800 ग्राम
गुड़ – 250 ग्राम
घी – 2 टेबलस्पून
किशमिश – 10-12
काजू – 5-6
इलायची – आधा चम्मच
पानी – आधा गिलास
विधि:
- सबसे पहले दूध को पतीले में गर्म करें और धुले हुए चावल डाल दें।
- चावल पक जाने पर गैस बंद कर दें।
- अलग बर्तन में पानी गर्म करके गुड़ की चाशनी तैयार करें।
- जब खीर थोड़ी ठंडी हो जाए तो उसमें गुड़ की चाशनी धीरे-धीरे मिलाएं।
- अब घी में ड्राई फ्रूट्स भूनकर खीर में डालें।
- अंत में इलायची पाउडर डालकर खीर को अच्छे से मिला लें।
इस तरह खरना (Chhath Kharna) की पारंपरिक गुड़ की खीर प्रसाद के रूप में तैयार हो जाती है।

खरना पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर घर और पूजा स्थल की सफाई करें।
- नहाकर नई साड़ी या वस्त्र पहनें।
- आम की लकड़ियों से चूल्हा जलाकर प्रसाद तैयार करें।
- शाम के शुभ मुहूर्त में छठी मैया की पूजा करें।
- पूजा के बाद प्रसाद को सभी में श्रद्धा से बांटें।
भोजपुरी सितारों और नेताओं की शुभकामनाएं
भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह और गोरखपुर सांसद रविकिशन ने भी खरना (Chhath Kharna) के अवसर पर सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं दीं।
रविकिशन ने लिखा —
“सूर्योपासना व लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन खरना की आपको एवं आपके परिवार को अनेकानेक शुभकामनाएं! भगवान भास्कर एवं छठी मैया की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्य का प्रकाश बना रहे।”
छठ महापर्व का दूसरा दिन खरना (Chhath Kharna) आत्मसंयम, आस्था और पवित्रता का प्रतीक है। इस दिन व्रती महिलाएं पूरे दिन व्रत रखकर शाम को छठी मैया को प्रसन्न करने हेतु गुड़ की खीर और रोटी का अर्पण करती हैं। यह परंपरा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह प्रकृति, सूर्य और जल के प्रति कृतज्ञता का उत्सव भी है।