Chhannu Lal Mishra Death : बनारस घराने के दिग्गज शास्त्रीय गायक और पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025 को सुबह 4:17 बजे मिर्जापुर के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। लंबे समय से वे सेप्टीसीमिया नामक गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।
जानकारी के अनुसार, छन्नूलाल मिश्र को लगभग तीन सप्ताह पहले अटैक आया था। पहले उन्हें बीएचयू (BHU), वाराणसी में भर्ती कराया गया, जहां जांच में सीने में इंफेक्शन और खून की कमी पाई गई। करीब तीन हफ्ते इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उनकी बेटी नम्रता मिश्रा उन्हें मिर्जापुर स्थित रामकृष्ण सेवा मिशन चिकित्सालय, ओझलापुल ले गईं, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित
3 अगस्त 1936 को आजमगढ़ में जन्मे पंडित छन्नूलाल मिश्र ने अपनी कर्मभूमि वाराणसी को बनाया।
उन्हें 2000 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार,
2010 में पद्म भूषण और यश भारती पुरस्कार,
और 2020 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
वे ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के शीर्ष ग्रेड कलाकार रहे और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय (उत्तर-केंद्रीय) के सदस्य भी रहे।
नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक बने थे
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पहली बार वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ा, तब पंडित छन्नूलाल मिश्र उनके प्रस्तावक बने थे। इससे उनके बनारस और राजनीतिक-सांस्कृतिक जुड़ाव का महत्व साफ झलकता है।
शास्त्रीय संगीत को दी नई पहचान
पंडित छन्नूलाल मिश्र को ठुमरी, दादरा, चैती और भजन गायन में महारत हासिल थी। उन्होंने अपनी अनूठी शैली से भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई पहचान दिलाई और उसे आमजन तक पहुंचाया।
वाराणसी में होगा अंतिम संस्कार
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, पंडित छन्नूलाल मिश्र का अंतिम संस्कार वाराणसी में किया जाएगा। उनके निधन से शास्त्रीय संगीत जगत में गहरा शोक व्याप्त है।