Bihar Election 2025 : NDA के 92 और INDIA के 86 करोड़पति उम्मीदवार, जानें कौन है सबसे अमीर

Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 178 उम्मीदवार करोड़पति हैं। जानें एनडीए और इंडिया गठबंधन में कौन है सबसे अमीर, किसकी संपत्ति सबसे कम।

Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में उम्मीदवारों की संपत्ति को लेकर दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं। कुल 121 सीटों पर होने वाले चुनाव में 73% यानी 178 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इन आंकड़ों ने एक बार फिर राज्य की राजनीति में पैसे के प्रभाव पर बहस को हवा दी है।

Bihar Election 2025 : एनडीए के 92 और इंडिया गठबंधन के 86 करोड़पति

उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए शपथपत्रों के अनुसार,

एनडीए (NDA) के पास 92 करोड़पति उम्मीदवार हैं।
इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के पास 86 करोड़पति उम्मीदवार हैं।
वहीं, 64 उम्मीदवार लखपति हैं — इनमें से 35 इंडिया गठबंधन और 29 एनडीए से हैं।

इंडिया गठबंधन के लखपतियों में 14 उम्मीदवार वाम दलों (Left Parties) से हैं। इसका मतलब यह है कि दोनों गठबंधनों में अधिकांश उम्मीदवार आर्थिक रूप से मजबूत हैं।

सबसे अमीर उम्मीदवार: जदयू के कुमार पुष्पंजय

बरबीघा विधानसभा सीट से जदयू के कुमार पुष्पंजय सबसे अमीर उम्मीदवार हैं।

कुल संपत्ति: ₹ 71.57 करोड़ रुपये
चल संपत्ति: करोड़ों में
अचल संपत्ति: महंगी ज़मीन और संपत्तियाँ

उनके मुकाबले, आरा सीट से माले (CPI-ML) के क्यामुद्दीन अंसारी सबसे गरीब उम्मीदवार हैं, जिनके पास मात्र ₹ 37,000 की चल संपत्ति है और कोई अचल संपत्ति नहीं है।

पहले चरण के टॉप 5 अमीर उम्मीदवार

क्रमांकउम्मीदवार का नामपार्टीविधानसभा क्षेत्रकुल संपत्ति (₹ करोड़ में)
1कुमार पुष्पंजयजदयूबरबीघा71.57
2देव कुमार चौरसियाराजदहाजीपुर67.00
3सिद्धार्थ सौरभभाजपाबिक्रम42.87
4अरुण कुमार गुप्ताराजदबड़हरिया40.90
5अनंत सिंहजदयूमोकामा37.88

इन पांचों उम्मीदवारों की संपत्ति कई छोटे दलों के कुल चुनावी बजट से भी अधिक है।

सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवार

कई उम्मीदवारों की आर्थिक स्थिति बेहद सामान्य है:

हायाघाट (दरभंगा) से माकपा के श्याम भारती ने केवल ₹ 39,000 की संपत्ति घोषित की है।

उनके पास एक पुरानी बाइक है।
उनकी पत्नी के नाम ₹2.36 लाख की चल और ₹55.63 लाख की अचल संपत्ति है।
अगिआंव (भोजपुर) से भाजपा के महेश पासवान की कुल संपत्ति ₹55,000 है, जिसमें ₹8 लाख की कृषि योग्य भूमि शामिल है।
दरौली (सीवान) से लोजपा (रा) के विष्णुदेव पासवान के पास ₹ 3.62 लाख की चल संपत्ति है।

आर्थिक विषमता बनी चर्चा का विषय

पहले चरण के उम्मीदवारों की संपत्ति में भारी असमानता साफ दिखती है। जहां कुछ उम्मीदवार सैकड़ों करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं, वहीं कुछ के पास कुछ हज़ार रुपये की चल संपत्ति है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक,

“यह आर्थिक अंतर न केवल चुनावी रणनीति को प्रभावित करता है, बल्कि मतदाताओं की मानसिकता पर भी असर डालता है।”

नतीजों पर क्या पड़ेगा असर

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि संपन्न उम्मीदवारों की चुनावी क्षमता, प्रचार अभियान और मतदाता तक पहुंच पर बड़ा असर पड़ता है। वहीं, सीमित संसाधनों वाले उम्मीदवारों को अपनी विचारधारा और जनसंपर्क पर निर्भर रहना पड़ता है।

बिहार चुनाव 2025 ( Bihar Election 2025 ) के पहले चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार से यह स्पष्ट है कि राजनीति में आर्थिक शक्ति का वर्चस्व लगातार बढ़ रहा है। अब देखना यह होगा कि मतदाता संपत्ति देखकर वोट देंगे या ईमानदारी और कार्यक्षमता को प्राथमिकता देंगे।

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