ASTRONAUT SHUBHANSHU SHUKLA : स्पेस से लौट रहे शुभांशु शुक्ला ला रहे ‘वैज्ञानिक खजाना’, अंतरिक्ष में किया भारत का प्रतिनिधित्व

ASTRONAUT SHUBHANSHU SHUKLA : भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताने के बाद अब पृथ्वी पर लौटने को तैयार हैं। Axiom-4 मिशन के तहत वह और उनकी टीम 14 जुलाई को वापसी की यात्रा शुरू करेंगे और 15 जुलाई दोपहर 3:00 बजे (भारतीय समयानुसार) उनकी सुरक्षित लैंडिंग तय है।

NASA के मुताबिक, Axiom-4 क्रू इस मिशन से अंतरिक्ष से 580 पाउंड (करीब 263 किलो) वजनी वैज्ञानिक उपकरण और 60 से अधिक साइंस एक्सपेरिमेंट्स के डेटा लेकर आ रहे हैं। यह “वैज्ञानिक खजाना” भविष्य की स्पेस टेक्नोलॉजी और मेडिकल रिसर्च में बेहद अहम भूमिका निभाएगा।

पहली बार आम रस और गाजर का हलवा अंतरिक्ष में

ASTRONAUT शुक्ला ने अपनी इस ऐतिहासिक यात्रा को खास बनाने के लिए अपने साथ भारत की पारंपरिक मिठाइयां ,आम रस और गाजर का हलवा भी अंतरिक्ष में ले गए। यह घर की मिठास उन्हें अंतरिक्ष में भी अपने देश से जोड़े रखी।

Axiom-4 मिशन दल

Axiom-4 के चार सदस्यीय दल में शामिल हैं:

पैगी व्हिटसन – मिशन कमांडर

शुभांशु शुक्ला– पायलट

स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की– मिशन विशेषज्ञ

टिबोर कापू – मिशन विशेषज्ञ

25 जून को हुआ था प्रक्षेपण

Axiom-4 मिशन के तहत ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था और यह 26 जून को ISS से जुड़ा।

भारत के लिए गर्व का क्षण

शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं और 1984 के बाद ASTRONAUT राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय नागरिक बन गए हैं। उनकी यह यात्रा भारत के लिए गौरव का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा।

यह मिशन न केवल विज्ञान के लिए बल्कि भारत के अंतरिक्ष सपनों के लिए भी एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हो रहा है।

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