ASTRONAUT SHUBHAM SHUKLA ON EARTH : भारत के बेटे और वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आज अंतरिक्ष में 20 दिन और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिन बिताने के बाद सफलतापूर्वक धरती पर लौट आए। उनके साथ Axiom-4 मिशन के अन्य क्रू सदस्य भी थे। उनका यान ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का कैप्सूल सोमवार शाम करीब 4.45 बजे ISS से अनडॉक हुआ और सफलतापूर्वक प्रशांत महासागर में स्प्लैशडाउन किया।
जैसे ही यान के पैराशूट खुले और वह धरती से लगभग 800 मीटर की दूरी पर था, पूरा देश उनकी सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा में सांसें रोके खड़ा था। यान के समुद्र में उतरते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई।
केंद्रीय मंत्री ने जताई प्रसन्नता
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने SHUBHAM SHUKLA की वापसी पर हर्ष जताते हुए कहा,
भारत ने आज अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक चिरस्थायी मुकाम हासिल किया है। यह देश के लिए गर्व का क्षण है कि हमारा बेटा सकुशल वापस लौट आया है।
भावनाओं का सैलाब
इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने SHUBHAM SHUKLA के माता-पिता भी भावुक और गौरवान्वित नजर आए। उन्होंने कहा कि यह पल उनके जीवन का सबसे महान क्षण है। जैसे ही यान समुद्र में उतरा, सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लग गया।
हरिद्वार में विशेष पूजा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने हरिद्वार में शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि,
“भारत की यह उपलब्धि केवल वैज्ञानिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक गर्व का विषय भी है।”
अंतरिक्ष यात्रा में ऐतिहासिक योगदान
शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान केवल एक अंतरिक्ष मिशन नहीं, बल्कि भारत के उभरते स्पेस डिप्लोमेसी और टेक्नोलॉजिकल लीडरशिप की मिसाल बन गई है। वे भारत के उन चुनिंदा अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने ISS पर सक्रिय अनुसंधान और विज्ञान प्रयोगों में योगदान दिया।
देश आज गर्व से सराबोर है, क्योंकि उसका बेटा अंतरिक्ष से न केवल सकुशल लौटा, बल्कि वहां इतिहास भी रच आया।