Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj: राम मंदिर के शिखर पर फहराई 22 फीट ऊंची धर्मध्वजा, PM मोदी बोले— “राम भेद नहीं, भाव से जोड़ते”

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj News: PM Modi ने अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर 22 फीट ऊंची धर्मध्वजा फहराई। कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चार, सांस्कृतिक उत्सव और हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस क्षण को ऐतिहासिक बना दिया।

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj: राम मंदिर के शिखर पर फहराई 22 फीट ऊंची धर्मध्वजा, भावनाओं से भरी रामनगरी—भव्य समारोह में बोले PM मोदी

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : अयोध्या में मंगलवार का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज हो गया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर 22 फीट ऊंची धर्मध्वजा फहराई। मंत्रोच्चार, शंखनाद, भक्ति और सांस्कृतिक उत्सव के बीच यह आयोजन देश की आस्था, गौरव और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बनकर सामने आया।

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj: धर्मध्वजा- आस्था, संस्कृति और परंपरा का भव्य प्रतीक

मंदिर पर स्थापित यह धर्मध्वजा 22 फीट ऊंची और 11 फीट चौड़ी है।
इस पर—

सूर्यवंश का प्रतीक,
कोविदार वृक्ष,
और ॐ का चिन्ह
अंकित है।

ध्वजा को आधुनिक इलेक्ट्रिक सिस्टम की मदद से आरोहित किया गया, जो परंपरा और तकनीक के समन्वय का अद्भुत उदाहरण है।

यह ध्वज केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि—
“इंडियन कल्चरल आइडेंटिटी, विरासत और आध्यात्मिक चेतना का जीवंत स्वरूप” बन चुका है।

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : अयोध्या में उत्सव जैसा माहौल, सात सांस्कृतिक मंचों पर लोक प्रस्तुतियाँ

भोर होते ही अयोध्या की सड़कों पर “जय श्री राम” के उद्घोष गूंजने लगे।
शहर में चारों ओर उत्सव का रंग छा गया—

सात प्रमुख मंचों पर लोक कलाकारों की प्रस्तुतियाँ,
साधु-संतों का जमावड़ा,
श्रद्धालुओं की विशाल भीड़,
और अलौकिक सजावट ने शहर को दीपोत्सव जैसा रूप दे दिया।

कड़े सुरक्षा इंतज़ामों के बीच कार्यक्रम शांतिपूर्ण और गरिमामय वातावरण में आयोजित हुआ।

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : PM मोदी बोले— “राम जोड़ते हैं, बांटते नहीं”

ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अत्यंत भावपूर्ण संबोधन दिया। उन्होंने कहा:

“राम भेद नहीं, भाव से जोड़ते हैं।
उनके लिए कुल नहीं, कर्म और आचरण महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 11 वर्षों में सरकार का प्रयास रहा है कि—

महिलाएं
किसान
श्रमिक
दलित
पिछड़े
आदिवासी
युवा

सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा में बराबरी का सम्मान मिले।

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : 2047 तक विकसित भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेने का आह्वान किया और कहा कि:

“राष्ट्र निर्माण सामूहिक शक्ति से ही संभव है।”

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : राम आदर्श, मर्यादा और सदाचार का नाम— PM

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा:

“राम केवल देवता नहीं, बल्कि मर्यादा, आदर्श जीवन और सदाचार के सर्वोच्च मानक हैं। उनसे प्रेरणा लेकर हम सभी को राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।”

सप्त मंदिरों की स्थापना— सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक

मंदिर परिसर में सप्त मंदिर स्थापित किए गए हैं—

माता शबरी
निषादराज
महर्षि वाल्मीकि
महर्षि वशिष्ठ
महर्षि विश्वामित्र
महर्षि अगस्त्य
संत तुलसीदास

इनके माध्यम से रामायण से जुड़े महान चरित्रों को सम्मान दिया गया है।

साथ ही जटायु और गिलहरी की मूर्तियाँ भी स्थापित की गई हैं, जो संदेश देती हैं—
“बड़े कार्य में छोटे योगदान भी अत्यंत मूल्यवान होते हैं।”

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : धर्मध्वज — आदर्शों और प्रेरणा का स्तंभ

PM मोदी ने कहा:

“यह धर्मध्वज शांति, सौहार्द, कर्मप्रधान राष्ट्र निर्माण और भेदभाव मिटाने की प्रेरणा देता रहेगा।
प्राण जाए पर वचन न जाए – यही इसका संदेश है।”

Ayodhya Ram Mandir Dharmadhwaj : अंततः— सांस्कृतिक पुनर्जागरण का स्वर्ण अध्याय

अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का फहराया जाना केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि—
“भारतीय सांस्कृतिक पुनर्जागरण, आत्मगौरव और राष्ट्रभाव” का ऐतिहासिक पर्व है।

यह क्षण आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का आधार बनेगा।

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