Bihar Election 2025 Voting : बिहार चुनाव 2025: पहले चरण की बंपर वोटिंग ने बढ़ाई सियासी हलचल, नीतीश-तेजस्वी-पीके सब चौंकने को तैयार

Bihar Election 2025 Phase 1 Voting: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड 64.66% वोटिंग हुई है, जो 2020 की तुलना में 8% ज्यादा है। जानें कैसे ये बंपर वोटिंग नीतीश, तेजस्वी और प्रशांत किशोर के राजनीतिक समीकरणों को पलट सकती है।

Bihar Election 2025 Voting : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग ने सभी राजनीतिक दलों के समीकरणों को हिला दिया है। चुनाव आयोग के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, पहले फेज़ में कुल 64.66% वोटिंग हुई है, जो कि साल 2020 के मुकाबले लगभग 8% अधिक है। इसे बिहार चुनाव इतिहास की रिकॉर्ड वोटिंग माना जा रहा है।

पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हुआ था। कुल 3.75 करोड़ वोटर्स में से करीब 2.42 करोड़ लोगों ने मतदान किया, जबकि 1.32 करोड़ लोगों ने वोट नहीं डाला।

Bihar Election 2025 Voting : 2020 से 2025 तक क्या बदला

साल 2020 में इन्हीं सीटों पर लगभग 3.71 करोड़ वोटर्स थे और वोटिंग प्रतिशत 55.81% रहा था। यानी इस बार करीब 35 लाख ज्यादा लोगों ने मतदान किया है।
लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस बार स्पेशल इंसेंटिव रिविजन (SIR) के तहत करीब 69 लाख नाम हटाए गए और केवल 21.5 लाख नए वोटर जोड़े गए। इस तरह 47.5 लाख निष्क्रिय या डुप्लीकेट वोटर सूची से बाहर हुए।

ऐसे में, 2025 की वोटिंग दरअसल “ऐक्टिव वोटर्स” की वास्तविक भागीदारी को दिखा रही है। जब गैर-सक्रिय नाम हटे तो प्रतिशत में उछाल और भी स्वाभाविक हो गया।

Bihar Election 2025 Voting : इतनी ज्यादा वोटिंग की 5 बड़ी वजहें:

दीपावली और छठ के बीच चुनाव का शेड्यूल

इस बार मतदान का समय त्योहारों के बीच पड़ा — छठ पूजा के 10 दिन बाद। त्योहार के लिए घर आए प्रवासी बिहारियों ने वोट डालने का भी मौका लिया।
साल 2020 में छठ पूजा और पहले चरण के चुनाव के बीच तीन हफ्ते का अंतर था, जिससे उस समय लोग वोटिंग में कम शामिल हुए थे।

Bihar Election 2025 Voting : त्योहारों पर विशेष ट्रेनों से लौटे लोग

केंद्र सरकार ने त्योहारों के दौरान बिहार के लिए 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाईं। इन्हीं ट्रेनों से लौटे प्रवासी लोगों ने अपने-अपने गांवों में जाकर मतदान किया। इनकी भूमिका इस रिकॉर्ड वोटिंग में अहम रही।

Bihar Election 2025 Voting : कोरोना का असर खत्म

साल 2020 में कोरोना महामारी के चरम के कारण लोग घर से बाहर निकलने से डर रहे थे।
2025 में स्थिति सामान्य है, इसलिए हर वर्ग के मतदाता—युवा से बुजुर्ग—सक्रिय रूप से मतदान केंद्र पहुंचे।

Bihar Election 2025 Voting : सिर्फ दो चरणों में चुनाव

इस बार बिहार विधानसभा चुनाव सिर्फ दो चरणों में हो रहे हैं। इससे लोगों की दिलचस्पी और उत्साह बना रहा और वोटिंग प्रतिशत बढ़ा।

SIR से बढ़े एक्टिव वोटर्स

स्पेशल इंसेंटिव रिविजन (SIR) के तहत निष्क्रिय वोटरों को हटाकर सक्रिय मतदाताओं की संख्या बढ़ाई गई।
इस वजह से जो लोग वास्तव में वोट डालते हैं, वे ही सूची में बचे, जिससे प्रतिशत ऊंचा दिखा और प्रभावी मतदान बढ़ा।

Bihar Election 2025 Voting : राजनीतिक असर: कौन जीतेगा, कौन हारेगा

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इतनी बंपर वोटिंग किसी बड़े बदलाव की ओर इशारा करती है।
इतिहास गवाह है कि जब-जब बिहार में रिकॉर्ड वोटिंग हुई है, सत्ता परिवर्तन देखने को मिला है।

अब 14 नवंबर को आने वाले नतीजे यह बताएंगे कि इस बार जनता ने नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव या प्रशांत किशोर में से किस पर भरोसा जताया है।
लेकिन इतना तय है — बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत एकतरफा नतीजे की ओर इशारा कर रहा है, जो बिहार की राजनीति का नया इतिहास लिख सकता है।

Bihar Election 2025 Voting : 64.66% वोटिंग सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि बदलते बिहार की तस्वीर है।
इस बार नतीजा जो भी होगा, वो सबके लिए चौंकाने वाला होगा — चाहे वो सत्ता में बैठे नीतीश कुमार हों, विपक्ष में तेजस्वी यादव या नई चुनौती पेश करने वाले प्रशांत किशोर।

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