Varanasi Transporter Death: वाराणसी के मलदहिया स्थित माय टेबल क्लब में पांचवीं मंजिल से गिरकर ट्रांसपोर्टर (Transporter) सूरज सिंह की मौत हो गई। परिवार ने आरोप लगाया कि उसे क्लब से धक्का देकर फेंका गया। पुलिस CCTV और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर जांच कर रही है।
सिगरा थाना क्षेत्र के मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा में शनिवार देर रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को झकझोर दिया। रामकटोरा निवासी ट्रांसपोर्टर (Transporter) सूरज सिंह (30) की पांचवीं मंजिल से गिरने से मौत हो गई। मामला ‘माय टेबल क्लब’ नाम के बार रेस्टोरेंट से जुड़ा हुआ है। परिजनों का आरोप है कि सूरज को क्लब से धक्का देकर नीचे फेंका गया, जबकि पुलिस फिलहाल इसे संदिग्ध मौत मानकर जांच कर रही है।
क्लब में पार्टी के दौरान हुआ विवाद
मूल रूप से मधेपुरा (बिहार) के रहने वाले Transporter सूरज सिंह वाराणसी में पिछले कई वर्षों से विंध्यवासिनी ट्रांसपोर्ट नाम से ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। शनिवार रात वह अपने दोस्त बबलू शाह के साथ माय टेबल क्लब में पार्टी करने गए थे।
बताया जा रहा है कि क्लब के डांस फ्लोर पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि बाउंसरों ने सूरज को क्लब से बाहर निकाल दिया।
कुछ ही देर में पांचवीं मंजिल से गिरा सूरज, मौके पर मौत
विवाद के बाद रात करीब 1 बजे सूरज सिंह पांचवीं मंजिल से नीचे गिर गए। गिरते ही मौके पर उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलते ही सिगरा पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले और रेस्टोरेंट कर्मचारियों से पूछताछ की।
परिवार का आरोप — “मेरे भाई को धक्का देकर फेंका गया”
सूरज के भाई बादल सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि
“मेरे भाई सूरज आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते। क्लब में मौजूद लोगों ने झगड़े के बाद उन्हें धक्का देकर नीचे फेंका।”
घटना के बाद से सूरज का दोस्त बबलू शाह लापता है, जिससे शक और गहरा गया है।
पुलिस की जांच जारी
सिगरा थाना प्रभारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
“CCTV फुटेज, फॉरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल कॉल डिटेल्स की मदद से सच्चाई सामने लाई जाएगी। क्लब स्टाफ से भी पूछताछ चल रही है।”
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सूरज सिंह के परिवार में मां, पत्नी और छोटा भाई शामिल हैं। परिवार का कहना है कि सूरज मेहनती और खुशमिजाज स्वभाव के थे। उनके ट्रांसपोर्ट (Transporter) कारोबार से करीब 12 लोगों का परिवार जीविकोपार्जन करता था। अब उनकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
इस घटना ने शहर में बार और क्लब की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोगों का कहना है कि क्लबों में होने वाली अनियंत्रित पार्टियों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।