Run for Unity Varanasi : सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर काशी में “रन फॉर यूनिटी” का आयोजन हुआ। बारिश के बावजूद हजारों लोगों ने भाग लेकर “अखंड भारत” का संदेश दिया।
Run for Unity Varanasi : भोर की पहली किरणें जब बरसाती बूंदों से टकरा रही थीं, तभी मलदहिया चौराहे पर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के सामने जनसैलाब उमड़ पड़ा। हाथों में तिरंगा और होंठों पर उद्घोष—“सरदार पटेल अमर रहें” और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”—गूंज उठा।
भारी वर्षा के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, महिलाओं, युवाओं और नागरिकों ने “रन फॉर यूनिटी” (Run for Unity) में हिस्सा लेकर लौह पुरुष को सच्ची श्रद्धांजलि दी। यह दौड़ मलदहिया स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा से शुरू होकर गुलाब बाग, आईपी सिगरा, साजन तिराहा होते हुए सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तक पहुँची।
बरसात में भी नहीं थमे कदम — यही है काशी की पहचान
कार्यक्रम (Run for Unity) की शुरुआत सुबह 9 बजे हुई। भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, महापौर अशोक तिवारी, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, टी. राम, हंसराज विश्वकर्मा (एमएलसी), और जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या सहित हजारों लोगों ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
“सरदार वल्लभभाई पटेल द्वार” का हुआ लोकार्पण
150वीं जयंती के अवसर पर राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने नारियल फोड़कर “सरदार वल्लभभाई पटेल द्वार” का लोकार्पण किया। इसके बाद नेताओं ने झंडी दिखाकर “रन फॉर यूनिटी” को रवाना किया।
नेताओं ने सरदार पटेल को बताया अखंड भारत का शिल्पी
दिलीप पटेल ने कहा, “सरदार पटेल अखंड भारत के शिल्पी थे। उन्होंने अपने कौशल से सैकड़ों रियासतों को भारत में मिलाया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के विचार को सरकारी संकल्प बनाया।”
रविंद्र जायसवाल ने कहा कि सरदार पटेल के प्रयासों से भारत “कश्मीर से कन्याकुमारी तक अखंड” हुआ।
एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को सरदार पटेल के राष्ट्र-समर्पण की भावना से अवगत कराना है।

महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि पटेल ने 563 रियासतों को भारत गणराज्य में विलय कर राष्ट्रीय एकता को सशक्त किया।
डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहा, “उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक भारत की एकता सरदार पटेल की देन है।”
वहीं सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2014 से हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
एमएलसी धर्मेंद्र राय ने कहा, “सच्ची श्रद्धांजलि वही होगी जब हम सरदार पटेल के आदर्शों को अपने आचरण में उतारें।”
कार्यक्रम (Run for Unity) में रही प्रमुख उपस्थिति
दिलीप पटेल, रविंद्र जायसवाल, अशोक तिवारी, प्रदीप अग्रहरि, हंसराज विश्वकर्मा, डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, टी. राम, पूनम मौर्या, मनीष कपूर, रामगोपाल मोहले, कौशलेंद्र सिंह पटेल, डॉ. वीणा पांडेय, नवरतन राठी, विद्यासागर राय, संतोष सोलापुरकर, जगदीश त्रिपाठी, सुरेश सिंह, नवीन कपूर, गौरव राठी, राहुल सिंह, रचना अग्रवाल सहित भाजपा के मंडल अध्यक्ष, पार्षद, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में काशीवासी उपस्थित रहे।
“रन फॉर यूनिटी” (Run for Unity) बनी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक
बरसात के बीच दौड़ते कदमों ने संदेश दिया कि भारत की एकता अडिग है। सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर काशी ने फिर साबित किया कि गंगा-जमुनी तहज़ीब और राष्ट्रप्रेम की धरती पर एकता की दौड़ कभी नहीं थमती।
काशी में आयोजित “रन फॉर यूनिटी” (Run for Unity) केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि यह उस भावना का प्रतीक है जिसे सरदार पटेल ने अपने जीवन से स्थापित किया — “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”।