Rishabh Pant Named Captain : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले दो चार दिवसीय मैचों के लिए इंडिया-ए टीम का ऐलान कर दिया है। इस टीम की कप्तानी Rishabh Pant को सौंपी गई है, जबकि साई सुदर्शन उपकप्तान होंगे। लंबे समय से चोट के कारण मैदान से दूर रहे Rishabh Pant अब अपनी वापसी करने जा रहे हैं।
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह रही कि शुभमन गिल, जो हाल ही में टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान बने थे, उन्हें 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं दी गई है। वहीं, केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और मोहम्मद सिराज दूसरे मैच में टीम से जुड़ेंगे।
दो मैचों की सीरीज की पूरी जानकारी
इंडिया-ए टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो चार दिवसीय मैच खेलेगी।
पहला मैच: 30 अक्टूबर से 2 नवंबर
दूसरा मैच: 6 नवंबर से 9 नवंबर
दोनों मैचों में अलग-अलग संयोजन वाली टीम उतारी जाएगी।
पहले चार दिवसीय मैच के लिए इंडिया-ए टीम:
Rishabh Pant (कप्तान और विकेटकीपर)
आयुष म्हात्रे
एन जगदीसन (विकेटकीपर)
साई सुदर्शन (उपकप्तान)
देवदत्त पडिक्कल
रजत पाटीदार
हर्ष दुबे
तनुष कोटियन
मानव सुथार
अंशुल कंबोज
यश ठाकुर
आयुष बदोनी
सारांश जैन
दूसरे चार दिवसीय मैच के लिए इंडिया-ए टीम:
Rishabh Pant (कप्तान और विकेटकीपर)
केएल राहुल
ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर)
साई सुदर्शन (उपकप्तान)
देवदत्त पडिक्कल
रुतुराज गायकवाड़
हर्ष दुबे
तनुष कोटियन
मानव सुथार
खलील अहमद
गुरनूर बराड़
अभिमन्यु ईश्वरन
प्रसिद्ध कृष्णा
मोहम्मद सिराज
आकाश दीप
ऋषभ पंत की वापसी से बढ़ी टीम की ताकत
Rishabh Pant को इंग्लैंड दौरे पर चोट लगी थी, जिसके बाद वे 2025 एशिया कप और वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज से बाहर रहे। उनकी अनुपस्थिति में भारत ने हालांकि एशिया कप में पाकिस्तान को फाइनल में हराकर खिताब जीता था। अब पंत के पूरी तरह फिट होने की पुष्टि हो चुकी है और वे इंडिया-ए के साथ अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करने उतरेंगे।
BCCI का फोकस: युवा खिलाड़ियों को मौका
BCCI की चयन समिति ने इस दौरे के जरिए युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय माहौल का अनुभव देने की योजना बनाई है। आयुष म्हात्रे, हर्ष दुबे और तनुष कोटियन जैसे उभरते खिलाड़ियों को पहली बार इतने बड़े मंच पर मौका मिला है।
Rishabh Pant के कप्तान बनने से इंडिया-ए टीम को न केवल अनुभव मिलेगा बल्कि फैंस को भी उम्मीद है कि वह इस सीरीज में अपनी पुरानी लय में लौटेंगे। वहीं शुभमन गिल का बाहर होना चयन नीति पर सवाल खड़े कर सकता है।