आगरा में जश्न बना मातम
Durga Visarjan Agra Accident : आगरा जिले के खेरागढ़ क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विसर्जन के समय नदी के गहरे हिस्से में 11 लोग डूब गए।
मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों ने तत्काल मदद की लेकिन राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
हादसे का समय और स्थान
यह घटना खेरागढ़ थाना क्षेत्र की उंटगन नदी में हुई।
विसर्जन के समय कुछ युवकों ने परंपरा के अनुसार नदी में बढ़ते समय सावधानी नहीं बरती और तेज बहाव में फँस गए।
इस घटना से पहले भी आगरा में विसर्जन दुर्घटनाएँ सुर्खियों में रही हैं, जैसे 2014 में यमुना नदी में पांच व्यक्ति डूबे थे।
राहत एवं बचाव का प्रयास
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और गोताखोर टीम घटनास्थल पर पहुंची।
अभी तक कुछ लोगों का शव बरामद किया गया है, जबकि अन्य की खोज जारी है।
स्थानीय थाना प्रभारी और अन्य अधिकारी अपनी जान की परवाह न करते हुए बचाव कार्य में जुटे हैं।
प्रभावित परिवारों की त्रासदी
डूबने वालों में कई युवा हैं जिनकी पहचान हो चुकी है।
पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
महिलाओं और अन्य परिवारजन नदी किनारे आकर आंसू बहाते नज़र आए।
समीक्षा और सुझाव
- सुरक्षा प्रबंधन की कमी — नदी किनारे विसर्जन प्रबंधन एवं सुरक्षा इंतजाम कमजोर रहना इस तरह की त्रासदियों को आम बना देता है।
- गोताखोर एवं बचाव दल पहले से मौजूद रहना चाहिए — जैसे ही खतरा हो, त्वरित कार्रवाई संभव हो।
- जनजागरूकता बढ़ाना आवश्यक — लोग गहरे पानी और तेज धारावाहिक हिस्सों से दूर रहें।
- स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस सतर्क रहें — ऐसी पर्व तिथियों पर अतिरिक्त टीम, रेस्क्यू उपकरण और मेडिकल व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए।
आगरा में यह दुखद हादसा इस बात की याद दिलाता है कि त्योहारों के दौरान सुरक्षा एवं अनुशासन की अनदेखी भारी पड़ सकती है। जश्न की शुरुआत में यह त्रासदी हमारे लिए चेतावनी है कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा मूल मसला होना चाहिए।
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