Gandhi Life Three Women : महात्मा गांधी का जीवन पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका व्यक्तित्व न केवल भारत, बल्कि विश्वभर के लोगों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता रहा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गांधी जी के जीवन में तीन ऐसी महिलाएं थीं, जिन्होंने उनके जीवन और संघर्ष को नई दिशा दी? ये थीं – कस्तूरबा गांधी, मीराबेन (मैडलिन स्लेड) और भारत कोकिला सरोजिनी नायडू।
गांधी जी के जीवन में आईं ये तीनों महिलाएं अलग-अलग रूपों में उनसे जुड़ीं – पत्नी, सहयोगी और मित्र के रूप में। आइए जानते हैं गांधी जी और इन तीन महिलाओं के बीच रिश्तों की गहराई।
कस्तूरबा गांधी – जीवनसंगिनी और सबसे बड़ी सहयोगी
महात्मा गांधी के जीवन में उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी (बा) का योगदान बेहद अहम था। गांधी जी का विवाह कम उम्र में ही कस्तूरबा से हो गया था। जब गांधी विदेश पढ़ने गए, तब भी कस्तूरबा ने हर परिस्थिति में उनका साथ दिया।
गांधी जी के हर आंदोलन में कस्तूरबा ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। उन्होंने महिलाओं को आंदोलनों से जोड़ने और उनके अधिकारों की आवाज उठाने का काम किया। कस्तूरबा केवल जीवनसंगिनी ही नहीं थीं, बल्कि गांधी जी की सबसे बड़ी प्रेरणा भी थीं।
मीराबेन (मैडलिन स्लेड) – बेटी समान सहयोगी
मैडलिन स्लेड, इंग्लैंड के एक संपन्न परिवार में जन्मी थीं। 1923 में उन्हें गांधी जी के बारे में पता चला और वे इतनी प्रभावित हुईं कि 1925 में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम पहुंच गईं। गांधी जी से मिलते ही उन्होंने उनके चरण स्पर्श किए। गांधी जी ने उन्हें बेटी मानकर ‘मीराबेन’ नाम दिया।
इसके बाद मीराबेन ने अपना पूरा जीवन गांधी जी के आश्रम में बिताया और स्वतंत्रता संग्राम में उनका साथ दिया। गांधी जी और मीराबेन का रिश्ता पिता-पुत्री जैसा था।
सरोजिनी नायडू – सबसे खास मित्र
गांधी जी की करीबी मित्रों में से एक थीं सरोजिनी नायडू, जिन्हें भारत कोकिला कहा जाता है। दोनों का सेंस ऑफ ह्यूमर बेहद मेल खाता था। पहली बार इंग्लैंड में गांधी जी से मिलने पर सरोजिनी नायडू उन्हें देखकर हंस पड़ी थीं, जिस पर गांधी जी भी मुस्कुरा दिए।
दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि सरोजिनी ने गांधी जी को मजाक में ‘मिकी माउस’ कहना शुरू कर दिया। वहीं गांधी जी उन्हें ‘डियर बुलबुल’ कहकर पुकारते थे। लगभग 30 वर्षों तक दोनों मित्र और सहयोगी के रूप में एक-दूसरे के साथ खड़े रहे।
महात्मा गांधी के जीवन में आईं ये तीन महिलाएं – कस्तूरबा गांधी, मीराबेन और सरोजिनी नायडू – सिर्फ उनकी सहयोगी ही नहीं थीं, बल्कि उनकी ताकत और प्रेरणा भी थीं। कस्तूरबा ने जीवनसाथी के रूप में, मीराबेन ने बेटी के रूप में और सरोजिनी नायडू ने मित्र के रूप में गांधी जी का साथ निभाया। यही कारण है कि गांधी जी का जीवन और भी प्रेरणादायक बन पाया।