Sonbhadra Uranium Reserve : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में यूरेनियम भंडार की बड़ी संभावना सामने आई है। म्योरपुर ब्लॉक के नकटू क्षेत्र में 785 टन यूरेनियम ऑक्साइड (U-308) की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं। इसके अलावा जिले के 31 अन्य स्थलों को भी संभावित यूरेनियम भंडार के रूप में चिह्नित किया गया है।
परमाणु ऊर्जा विभाग के एटोमिक मिनरल्स डायरेक्टोरेट फॉर एक्सप्लोरेशन एंड रिसर्च (AMD) द्वारा कई वर्षों से किए जा रहे सर्वेक्षण और खोदाई कार्य में यह सफलता मिली है। यदि आगे के नतीजे अनुकूल रहे तो सोनभद्र आने वाले समय में भारत के न्यूक्लियर एनर्जी मिशन में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
नकटू में मिले 785 टन यूरेनियम के साक्ष्य
एएमडी की टीम ने नकटू क्षेत्र में विस्तृत खोदाई और सर्वेक्षण किया, जिसमें 785 टन यूरेनियम ऑक्साइड की मौजूदगी पाई गई। इस खनिज का उपयोग सीधे तौर पर परमाणु रिएक्टरों में ईंधन के रूप में किया जाता है।
सर्वेक्षण रिपोर्ट्स के अनुसार, दुद्धी-म्योरपुर, अंजनगिरा-कूदरी, लाखर, बभनी, मुर्राटोला, जौराही, रंपाकूरर, बीजपुर और कुंडारघाटी क्षेत्रों में भी यूरेनियम की संभावनाएं जताई गई हैं।
12 राज्यों में 47 जगह यूरेनियम भंडार
जुलाई 2025 में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी थी कि 12 राज्यों में 47 स्थलों पर करीब 4,33,800 टन यूरेनियम ऑक्साइड की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इनमें सोनभद्र का नकटू भी शामिल है।
औद्योगिक विकास की उम्मीदें
सोनभद्र पहले से ही कोयले और तापीय विद्युत संयंत्रों का हब रहा है। अब यहां यूरेनियम की मौजूदगी की पुष्टि होने पर यह जिला आने वाले समय में परमाणु ऊर्जा उत्पादन का भी केंद्र बन सकता है।
आदिवासी बहुल और पिछड़े इलाके सोनभद्र में इस खोज से नए औद्योगिक विकास और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।