Varanasi Boatmen Protest : वाराणसी में नाव संचालन पर प्रशासनिक रोक से नाराज नाविक समाज (Boatmen Community) ने मंगलवार को दशाश्वमेध घाट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। नाविकों ने अपनी नावों पर काली पट्टी बांधकर (Black Band Protest) प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि लगातार 72 दिनों से उन्हें परेशान किया जा रहा है।
नाविक समाज का आरोप: “क्रूज चालू, नाव बंद”
नाविक समाज के प्रतिनिधि प्रमोद माझी ने बताया कि कुछ दिन पहले 72 दिन बाद नाव संचालन की अनुमति मिली थी, लेकिन प्रशासन ने दोबारा रोक लगा दी। प्रशासन का तर्क है कि घाटों पर रोशनी और साफ-सफाई की समस्या है, जबकि नाव संचालन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही होता है और उस दौरान पर्याप्त रोशनी रहती है।
नाविकों ने यह भी कहा कि गंगा की स्वच्छता और घाटों की सफाई की जिम्मेदारी प्रशासन और नगर निगम की है, लेकिन इसे वे खुद करते हैं ताकि पर्यटकों को परेशानी न हो। इसके बावजूद प्रशासन उनके साथ भेदभाव कर रहा है और क्रूज संचालन (Cruise Service in Varanasi) पर कोई रोक नहीं है।
आंदोलन की चेतावनी
नाविक समाज ने स्पष्ट किया है कि यदि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के मौके पर वे नाव संचालन पूरी तरह बंद कर देंगे और आंदोलन को और आक्रामक बनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने क्रूज संचालन का घेराव करने की भी घोषणा की है।
प्रशासन से वार्ता की कोशिश
विरोध प्रदर्शन के दौरान नाविक समाज को समझाने के लिए एडीसीपी काशी टी. सरवरण घाट पर पहुंचे। हालांकि नाविक समाज अपने रुख पर अडिग रहा और कहा कि वे प्रशासन की “टालमटोल नीति” को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
घाट-घाट पर एकजुट नाविक
रामनगर से लेकर नमो घाट तक के सैकड़ों नाविक इस विरोध में शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कहा कि प्रशासन पक्षपात कर रहा है और नाविक समाज को उनकी रोज़ी-रोटी से वंचित किया जा रहा है।