Flood in Varanasi : वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और इस सीजन में तीसरी बार चेतावनी बिंदु पार कर गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 36 घंटे में गंगा के जलस्तर में 1.03 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। रविवार की रात तक जलस्तर 69.93 मीटर था, जबकि सोमवार को यह चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर को पार कर गया।
वरुणा नदी में पलट प्रवाह, बस्तियां जलमग्न
गंगा में उफान की वजह से वरुणा नदी में भी पलट प्रवाह शुरू हो गया है। नक्खी घाट, पुलकोहना, हिदायत नगर समेत कई निचले इलाके पानी से घिर गए हैं। वरुणा कॉरिडोर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। स्थानीय लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार में दिक्कत
गंगा का जलस्तर बढ़ने से मणिकर्णिका घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। इस वजह से शवदाह का कार्य घाट की छत पर किया जा रहा है। छत पर एक साथ सिर्फ 12 चिताएं ही जल रही हैं। हरिश्चंद्र घाट पर भी शवदाह करने वालों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
प्रयागराज से काशी तक असर
यमुना नदी के उफान की वजह से भी वाराणसी में बाढ़ की स्थिति गंभीर हुई है। प्रयागराज में गंगा-यमुना के संगम पर जलस्तर बढ़ने से असर काशी तक पहुंच गया है। अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
खतरे का निशान अभी दूर नहीं
वाराणसी में गंगा का खतरे का निशान 71.26 मीटर है। यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो स्थिति और भयावह हो सकती है। सिंचाई विभाग के अनुसार, 2019 में गंगा का जलस्तर 72.32 मीटर तक पहुंचा था, जबकि 2021 और 2022 में भी अगस्त-सितंबर के दौरान बाढ़ की स्थिति बनी थी।