Varanasi : भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती BJP काशी क्षेत्र के सभी 337 मंडलों में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठियों में उनके योगदान, विचारों और राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई।
भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने रोहनिया स्थित पार्टी कार्यालय में डॉ. मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता, अखंडता और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर आधारित एक राजनीतिक विकल्प के रूप में भारतीय जनसंघ की स्थापना की।

उन्होंने आगे कहा कि जब नेहरू सरकार ने जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा दिया, तब सबसे पहले डॉ. मुखर्जी ने इसका विरोध करते हुए नारा दिया ‘एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे’। उनके इसी स्वप्न को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साकार किया। आज जम्मू-कश्मीर भारत के संविधान के अनुसार संपूर्ण भारत का अभिन्न अंग बन चुका है और वहां तिरंगा शान से लहरा रहा है।
इस मौके पर अशोक चौरसिया, राकेश शर्मा, डॉ. सुदामा पटेल, राजेश राजभर, नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर और अनिल श्रीवास्तव सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।

जयंती के अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने शूलटकेश्वर मंडल स्थित भारतीय शिशु मंदिर, टिकरी में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी भारतीय राजनीति में वैचारिक प्रतिबद्धता और राष्ट्र के प्रति समर्पण के प्रतीक थे। उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।

कार्यक्रम में इंद्रासन सिंह, मंडल अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह, गोबिंद दास गुप्ता, वीरू सिंह, विनोद सिंह, महावन अमरनाथ गिरी, धीरेंद्र सिंह, विक्रम सहित कई अन्य कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
