नई दिल्ली: भारत के हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) की 93 फीसदी संपत्ति लिस्टेड कंपनियों यानी शेयर बाजार से जुड़ी हुई है। यह चौंकाने वाला खुलासा 360 ONE Wealth की हालिया रिपोर्ट में किया गया है, जिसे रेटिंग एजेंसी CRISIL के साथ मिलकर तैयार किया गया। इस रिपोर्ट में 2,013 वेल्थ क्रिएटर्स को शामिल किया गया है, जिनकी कुल नेटवर्थ 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
अंबानी परिवार सबसे ऊपर
रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बेटे आकाश और अनंत अंबानी इस सूची में शीर्ष स्थान पर हैं। दोनों की संयुक्त संपत्ति 3.59 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। महिलाओं की बात करें तो ईशा अंबानी भारत की सबसे अमीर महिला बनी हैं। यह पहली बार है जब महिलाओं की हिस्सेदारी देश की कुल संपत्ति में 24% तक पहुंच गई है। फार्मा सेक्टर में तो यह आंकड़ा 33% तक जा पहुंचा है, जो महिलाओं की बढ़ती आर्थिक भागीदारी को दर्शाता है।
मुंबई बनी अमीरों की राजधानी
भारत के सबसे अमीर लोगों का सबसे बड़ा गढ़ मुंबई है। यहां के 577 वेल्थ क्रिएटर्स देश की कुल संपत्ति का 40% नियंत्रित करते हैं। दिल्ली 17% और बेंगलुरु 8% हिस्सेदारी के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
टॉप बिजनेस ग्रुप्स की ताकत
देश के तीन प्रमुख बिजनेस ग्रुप – रिलायंस, अडानी और टाटा – की प्रमोटर फैमिलीज की कुल संपत्ति 36 लाख करोड़ रुपये है, जो देश की कुल प्रमोटर वेल्थ का 24% है।
सबसे अमीर सेक्टर कौन से हैं?
रिपोर्ट के अनुसार, औसतन सबसे ज्यादा दौलत बैंकिंग सेक्टर में है – प्रति व्यक्ति 8,500 करोड़ रुपये। इसके बाद टेलीकॉम सेक्टर (8,400 करोड़) और एविएशन सेक्टर (7,900 करोड़) आते हैं। फार्मा, आईटी और फाइनेंशियल सर्विसेज मिलकर कुल संपत्ति का 26% हिस्सा बना रहे हैं।